
पुलिसिया कार्यशैली के साथ होटल संचालक भी सवालों के घेरे में…


मुख्यमंत्री के तीन दिवसीय दौरे के महज कुछ दिन पहले ही जिले में शर्मनाक हरकत आखिर दोषी कौन?…

जशपुर। जिले के पत्थलगांव थाना अंतर्गत तीन लड़के तीन नाबालिक लड़कियों को घुमाने ले जाने के लिए पहले अपने अर्टिगा कार में बैठाते है फिर कुछ दूर आगे जाकर शराब भी खरीद कर और चुपके से शराब में नशीली दवा डालकर पीला भी दिया जाता है। जब तीनों नाबालिक लड़कियां नशे में मदहोश हो गईं तो फिर मैनपाट के घने जंगलों में उनके साथ अनाचार भी किया और मदहोशी की हालत में तीनों लड़कियों को लाकर बस स्टैंड में छोड़ दिया जाता है।जिसके पश्चात मदहोशी की हालत में ही उनमे से एक लडक़ी अपने परिचित को फोन कर बुलाती है पर उसने भी हैवानियत की सारी हदें पार कर दी। जहां कथित होटल के एक कमरे में लेजाकर कांड किया जहां से दोनों को आपत्तिजनक हालत में परिजनों द्वारा पकड़ लिया जाता है।प्राप्त जानकारी अनुसार पत्थलगांव थाने में परिजनों के शिकायत के बाद पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मौजूदा सवाल तो यह है की बिना आईडी के लॉज में कमरा उपलब्ध हो जाना कहीं न कहीं पुलिस के निरीक्षण पर भी सवालिया निशान खड़ा होती नजर आ रही है। वहीं दूसरी ओर नाबालिकों को बिना आईडी के कमरा उपलब्ध हो जाना भी अपने आप मे खुद सवाल है।खबर लिखे जाने के बाद देखने वाली बात होगी कि पुलिस विभाग के साथ होटल संचालक इस बात को लेकर कितने सजग रहते है।
वहीं मामले में अधिक जानकारी के लिए जब हमने थाना प्रभारी के मोबाइल पर कॉल किया तो उनका नम्बर स्विच ऑफ आना भी अपने आप मे कई सवाल खड़े करता है।
