अंचल का एक मशहूर गोटिया निस्तारित तालाब को निजी भूमि होने का कर रहा दावा
रायगढ़:- नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत वार्ड क्र 31,32, 34, 35 के मध्य फटहामुड़ा निस्तारी तालाब स्थित है जो कि दो भागो में बंटा है! लगभग 70-80 वर्षों से क्षेत्रवासी उपरोक्त तालाब का इस्तेमाल आसपास के 4-5 वार्ड के लोग नहाने धोने व अन्य निस्तारी में तालाब के पानी का उपयोग करते आ रहें हैं! उपरोक्त तालाब के दूसरे भाग को कुछ लोगों के द्वारा मिट्टी और मलमा पाटकर छोटी तालाब को समतल किया जा रहा है उपरोक्त भूमि बंजीपाली के गणपत गोटिया के द्वारा अपना निजी भूमि बताया जा रहा है किंतु उपरोक्त भूमि का खसरा और रकबा पूछने पर कुछ भी जवाब नहीं दिया जा रहा वही वार्ड क्रमांक 34 निवासी गुलाब टंडन नामक व्यक्ति के द्वारा पिछले तीन-चार दिनों से ट्रैक्टर के माध्यम से उपरोक्त छोटी तालाब में लगभग 300 ट्रैक्टर से अधिक मिट्टी पाठ कर समतल कर दिया गया है,तालाब पाटने की जानकारी जब हम मोहल्ले वासी गणमान्य नागरिक भूतपूर्व पार्षद और महिला समूह को हुई तो मौके पर पहुंचकर जानकारी लेनी चाही तो मौके पर उपस्थित गुलाब टंडन के कथन अनुसार बंजीपाली निवासी गणपत गोटिया नामक व्यक्ति से प्रति डिसमिल एक लाख रूपये की दर से 15 डिसमिल भूमि खरीदने की बातें कही जा रही है! अंचल वासी लगभग 70- 80 सालों से फटामुंडा तालाब का दैनिक निस्तारी में उपयोग करते आ रहे हैं तथा तालाब के दूसरे भाग को मिट्टी पाटकर पूर्ण रूप से अस्तित्व समाप्त कर दिया गया है ऐसे में क्षेत्रवासीयों को दैनिक निस्तारिणी समस्या उत्पन्न होगी तथा तालाब की निस्तारित भूमि को मिट्टी पाटकर भवन बनाना पूर्ण रूप से अवैधानिक कृत्य है! उपरोक्त निस्तार तालाब को सुरक्षित रख संवर्धन की आवश्यकता है! मोहल्लेवासियों की मांग है कि उपरोक्त निस्तारित तालाब (शासकीय भूमि) का सीमांकन कर अवैधानिक रूप से शासकीय भूमि पर कब्जा करने वालों पर कार्यवाही करने व दैनिक निस्तारी हेतु फटहामुड़ा सरोवर धरोहर की रक्षा कर क्षेत्रवासियों के हित में आवश्यक कार्यवाही करने मांग की गई है!!
गौरतलब हो कि रविवार छुट्टी के दिन स्थानीय लोगों के द्वारा दूरभाष पर राजस्व विभाग को तालाब मिट्टी प्लाट पर कब्जा किए जाने की शिकायत की गई थी जिसमें दोपहर 2:00 बजे के आसपास रायगढ़ एसडीएम गगन शर्मा, तहसीलदार लोमेश मिरी, आर आई, पटवारी श्रीमती ममता पांडे की टीम मौके पर पहुचे थे तथा तालाब पर मिट्टी पाटने वाले को काम रोकने के निर्देश देते हुए कड़ी फटकार लगाई गई वही फटहामुड़ा निस्तारित तालाब का सीमांकन करने के निर्देश एसडीएम के द्वारा दिए गए हैं तथा जांच कार्यवाही पूर्ण किए बिना किसी प्रकार का निर्माण कार्य और मिट्टी पाटने पर कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी गई है!!
बहरहाल मोहल्ले वासियों द्वारा जिला कलेक्ट्रेट में फटहामुड़ा निस्तारी तलाक का सीमांकन कर कब्जा मुक्त करने के लिए ज्ञापन सौंपा गया है वही अंचल के एक मशहूर गोटिया द्वारा उपरोक्त भूमि को निजी होने का दावा किया जा रहा है ऐसे में अब यह देखना लाजमी होगा कि प्रशासन की जांच पड़ताल के बाद निस्तारी तालाब के मामले पर किस प्रकार की कार्यवाही की जावेगी!!