

जाँच के नाम पर लीपापोती का प्रयास ..!!

बज्रदास महंत की रिपोर्ट
लैलूंगा. रायगढ़ जिले के लैलूंगा जनपद की ग्राम पंचायत तारागढ़ में सरपंच के साथ ग्रामीणों, पंचों समेत उपसरपंच की नाराजगी बढ़ती जा रही है. मामला भ्रष्टाचार कर बड़े पैमाने पर राशि के गबन के आरोप से जुड़ा है. आखिरकार पंचों और उपसरपंच ने कलेक्टर से शिकायत कर सरपंच के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
दरअसल तारागढ़ में भ्रष्टाचार को लेकर जनपद पंचायत में शिकायत की गई थी, जिसमे उपसरपंच और पंचों के साथ ग्रामीणों में सरपंच पर शासकीय राशि के गबन के साथ साथ पंचायती राज के नियमों की अवहेलना और ग्रामसभा नहीं कराए जाने की शिकायत की थी. इसके बाद जनपद पंचायत की ओर से तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की गई थी जो तारागढ़ में भ्रष्टाचार की जांच करने भी गई थी. भौतिक सत्यापन के बाद बयान लेकर वापस लौटी और जांच प्रतिवेदन सौंप दी थी. ग्रामीणों का आरोप है कि जांच प्रतिवेदन सौंपे काफी समय बीत जाने के बाद भी उपसरपंच , पंच और ग्रामीणों के बयान के बाद भी कार्रवाई में देरी की जा रही है.
इन मामलों में कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों का आरोप है की स्ट्रीटलाइट, सफाई, रनिंग वाटर के नाम पर लाखों रुपये का फर्जी आहरण किया गया है. हैंडपंप मरम्मत के नाम पर राशि निकाली गई है जबकि बिगड़े हुए एक माह बाद भी का सुधार नहीं किया गया है. सीसी सड़क मरम्मत व नाली निर्माण के नाम पर आहरण कर लिए हैं. लेकिन, न सड़क निर्माण हुआ है और न ही नाली निर्माण किया गया है. पिछले 7 माह पूर्व से पंचायत में एक भी ग्रामसभा आयोजित नहीं की गई है. सरपंच द्वारा फर्जी रूप से दस्तावेज का निष्पादन किया गया है.
सरपंच के कार्यप्रणाली से पूरा पंचायत एवं आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और शासन के योजनाओं का भी सही लाभ प्राप्त नहीं हो रहा है. उपसरपंच व पंचों के जानकारी मांगने पर उन्हें गोलमोल जवाब दिया जाता है और धमकी भी देता है. इस संबंध में 22 दिसंबर 2022 को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत लैलूंगा के समक्ष शिकायत की गई थी. लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं की गई है.
