डेस्क खबर खुलेआम
जिले के शासकीय प्राइमरी और माध्यमिक स्कूल भालूमार की छात्राएं मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंची। उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्कूल में 50 और मिडिल स्कूल में 70 बच्चे हैं। प्राइमरी में दो शिक्षक में एक छुट्टी में है, तो मिडिल के चार शिक्षक में एक संकुल प्रभारी हैं। ऐसे में तीन ही शिक्षक के भरोसे दोनों स्कूल चल रहा है। जिस कारण पढ़ाई प्रभावित हो रही है। काफी समय से यही स्थिति बनी हुई है, लेकिन अब तक किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने बताया कि स्कूल में बच्चे पहुंचते हैं, लेकिन पढ़ाई नहीं होने का असर उनके परीक्षा परिणाम में पड़ता है।
कलेक्टर से उन्होंने मांग की है कि दोनों ही स्कूलों में दो-दो शिक्षक की व्यवस्था की जाए। दो सालों से शिक्षक अनुपस्थित स्कूली छात्र-छात्राओं ने बताया कि, माध्यमिक शाला भालूमार स्कूल में शिक्षक सुमन अग्निहोत्री भी पदस्थ है, लेकिन वह 25 सितबंर 2021 पिछले करीब दो सालों से स्कूल नहीं आई हैं। इससे स्कूल में एक शिक्षक हो गए। ऐसे में आवेदन देकर उचित कार्रवाई की मांग की है। स्कूल जाने से कतरा रहे बच्चे छात्र के परिजन सुधांशु शर्मा ने बताया कि संकुल प्रभारी अपने संकुल के कामों में व्यस्त हो जाते हैं। समय पर मिलने पर पढ़ाते हैं। कई बच्चे तो पढ़ाई नहीं होने से अब स्कूल जाने में भी कतराने लगे हैं।
परिजनों ने बताया कि भालूमार गांव में प्राइमरी और माध्यमिक शाला ही है और गांव छोटा होने के कारण कोई निजी स्कूल भी नहीं है। ऐसे में सभी परिजनों को उनके भविष्य की चिंता भी सताने लगी है।अनुपस्थित शिक्षिका के बर्खास्तगी के निर्देश घरघोड़ा विकासखण्ड के ग्राम-भालूमार के शासकीय माध्यमिक शाला में अध्ययनरत विद्यार्थियों के पालक स्कूल में शिक्षक की व्यवस्था की मांग को लेकर जनदर्शन पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि शाला में पर्याप्त शिक्षक नहीं होने के कारण अध्ययन कार्य प्रभावित हो रहा है।
कलेक्टर गोयल ने मौके पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को बुलाकर शिक्षकों की व्यवस्था आज पर्यन्त नहीं करने पर बीईओ, बीआरसी पर कार्यवाही के निर्देश दिए। इसी प्रकार लंबे समय से अनुपस्थित अध्यापिका का बर्खास्तगी हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
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