नर्सों के चेंजिंग रूम का वीडियो बनाता था अटेंडेंट देवेंद्र , अस्पताल प्रबंधन पर लगा रहे गंभीर आरोप …

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डेस्क खबर खुलेआम

भिलाई इस्पात संयंत्र (बीएसपी) के सेक्टर – 9 अस्पताल में महिला चेंजिंग रूम में चोरी-छुपे वीडियो बनाने का एक गंभीर मामला सामने आया है। अस्पताल के आईसीयू में कार्यरत नर्सों ने बताया कि 25 वर्षीय संविदा अटेंडेंट देवेंद्र चेंजिंग रूम में मोबाइल लगाकर वीडियो बनाता था। बुधवार को एक संविदा नर्स ने चेंजिंग रूम में कपड़े बदलते समय मोबाइल देखा। उसने तुरंत शोर मचाया, जिससे यह मामला उजागर हुआ।

अस्पताल प्रबंधन ने मामले को गंभीरता से लेने के बजाय इसे रफा-दफा कर दिया। वहीं संविदा अटेंडेंट देवेंद्र को प्रबंधन ने फिलहाल ड्यूटी पर आने से मना कर दिया है। नर्सों का कहना है कि संविदा अटेंडेंट देवेंद्र पहले भी इसी तरह की हरकत करते हुए पकड़ा गया था, लेकिन उस समय भी उसे छोड़ दिया गया। नर्सों ने यह भी आरोप लगाया कि वह बार-बार एक ही नर्स का वीडियो बनाता था।

आरोपी देवेंद्र पहले अस्पताल की कैंटीन में काम करता था। बाद में उसे अटेंडेंट की जिम्मेदारी दे दी गई और उसे आईसीयू में रिलीवर के रूप में तैनात किया गया। जानकारी के मुताबिक, अस्पताल की एक सीनियर नर्स, जो कि इंचार्ज भी हैं, उसने मामले को आईसीयू के इंचार्ज डॉक्टर को बताए बिना ही सुलझाने की कोशिश की। इससे अस्पताल के कर्मचारियों में नाराजगी है।

इतने गंभीर मामले के बावजूद अस्पताल प्रबंधन ने अब तक आरोपी को पुलिस के हवाले नहीं किया। न ही यह पता लगाया गया है कि आरोपी ने वीडियो कहां-कहां भेजे।बताया जा रहा है कि देवेंद्र के मोबाइल से कई वीडियो बरामद हुए हैं, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने मोबाइल को जप्त कर अपने पास रखा हुआ है।

अस्पताल प्रबंधन के समक्ष यह मामला आया है। उसके बाद पीड़ित संविदा नर्स और उसके स्वजनों को अस्पताल में बुलाया गया था। जहां पर वरिष्ठ महिला चिकित्सक डॉ. विनीत द्विवेदी की उपस्थिति में बैठक हुई।

पीड़िता व स्वजनों से कहा गया कि वह पुलिस में जाकर अपराध दर्ज कराएं। अटेंडेंट देवेंद्र को नौकरी से हटा दिया गया है। स्वजनों के पास ही जब्त मोबाइल रखा हुआ है। – अमूल्य प्रियदर्शी, महाप्रबंधक जनसंपर्क, बीएसपी

अस्पताल प्रबंधन मामले को दबा रहा है। ऐसे घिनौने कार्य का हम भर्त्सना करते हैं। इसमें जो भी दोषी उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होने चाहिए। अस्पताल में अगर इस तरीके के कार्य होता है और प्रबंधन लापरवाह बना रहता है, तो ऐसे प्रबंधन को छोड़ा नहीं जाना चाहिए। – चिन्ना केशवलु , महासचिव भिलाई इस्पात मजदूर संघ

पुलिस अधीक्षक दुर्ग जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि पुलिस के पास मामला नहीं आया है। जब भी यह मामला आएगा कार्रवाई की जाएगी।

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