
डेस्क खबर खुलेआम

धरमजयगढ़ – पहली बारिश ने खोला ठेकेदार व अधिकारी कर्मचारियों की पोल,पहली बारिश ने निर्माण कार्य को लेकर ठेकेदार व अधिकारी कर्मचारीयों की पोल खोल दी है बता दें दो गांव को जोड़ने वाली पुल महज पहली बारिश में किनारे से कटकर सब कुछ साफ कर दिया है, लिहाजा लोगों को आने जाने में फिर से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एप्रोच कटने से जमरगी डी और जबगा समेत अन्य ग्राम एक दूसरे से कट से गए हैं ऐसे में लोगों का कहना है, की लाखों का यह पुल फिलहाल हमारे लिए किसी काम का नही है। गुड़वत्ता विहीन निर्माण का नमूना बना यह पुल पहली बारिश नही झेल पाया और टूट कर दो गांवों को फिर से अलग कर दिया है।धरमजयगढ जनपद पंचायत अंतर्गत जमरगी डी से जबगा गांव के बीच आवागमन सुगमता के मद्देनजर धरमजयगढ विधायक लालजीत सिंह राठीया द्वारा बेहतर प्रयास था किंतु आज जमीनी हक़ीक़त कुछ और ही बयां कर रही है।
विधायक लालजीत राठिया द्वारा स्वीकृत 40 लाख रुपए की भारी भरकम राशि से बना पुल पहली बारिश नही झेल पाया और मिट्टी से भरा पुल का दोनों छोर का एप्रोज टूटकर बह गया है । पुल निर्माण में संबंधित ठेकेदार किस कदर गुणवत्ता पर ध्यान दिए हैं,यह उसका नायाब नमूना है आस पास के लोग फिर से इस नाले में गिरते पड़ते पैदल और मोटरसाइकल से आवाजाही करने मजबूर हैं। लाखों की लागत से बने पुल का मौजूदा समय मे कोई मतलब नही निकल रहा है वहीं स्थानीय ग्रामीणों का कहना है पुल निर्माण में संबंधित ठेकेदार व जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी निर्धारित मापदंड का बिल्कुल भी ख्याल नही रखे हैं तभी ये नौबत आई है,पुल दोनों छोर से ढह गया है। इस संबंध मे नवपदस्थ सीईओ शिव कुमार टंडन का कहना है की मीडिया के माध्यम से यह हमारी संज्ञान में आया है आगे जांच बाद संबंधितों के नाम नोटिस काटकर, उन पर उचित कार्यवाई की जाएगी ।ऐसे में जिम्मेदारों द्वारा आगे क्या कार्यवाई की जाती है यह देखने वाली बात होगी।फिलहाल आवाजाही को लेकर लोग परेशान हैं लोगों के लिए जबगा खूंटा नाला फिर से परेशानी का शबब बन गया है।