घरघोड़ा, चक्रधर नगर, जूटमिल और कोतरारोड क्षेत्र में दिए थे चोरियों को अंजाम
माह मार्च के अंतिम सप्ताह में तीन दिन लगातार चक्रधरनगर, जूटमिल और कोतरारोड़ क्षेत्र में सिलसिलेवार तरीके से नकबजनी की घटना घटित हुई थी । जांच टीम ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार को अवगत कराये कि सभी चोरियों में लगभग एक ही पैटर्न से आरोपियों द्वारा चोरी किया गया है । एसएसपी सदानंद कुमार द्वारा थानों की टीम के साथ साइबर सेल को माल मुलजिम पतासाजी के लिए लगाया गया । एडिशनल एसपी संजय महादेवा और साइबर सेल पर्यवेक्षण अधिकारी एसडीओपी धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा के मार्गदर्शन पर साइबर सेल और थानों की टीम द्वारा आरोपियों के चोरी के पैटर्न और सीसीटीवी एनालिसिस करते हुए जांच आगे बढ़ा रही थी ।
टीआई चक्रधरनगर प्रशांत राव और टीआई जूटमिल राम किंकर यादव अपने इलाके के संदेहियों की धरपकड़ कर पूछताछ किया जा रहा था तथा सायबर सेल की टीम सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थी, प्राप्त फुटेज पर संदिग्ध के हुलिये दूसरे वारदात के फुटेज से मिलान हो रहे थे जिसके बाद थानों और साइबर सेल की टीम द्वारा फुटेज में दिख रहे संदेहियों के संबंध में अपने अपने मुखबिर को सक्रिय कर पतासाजी किया जा रहा था कि संदेहियों के चक्रधरनगर कोतरलिया रेल्वे स्टेशन के बाहर डेरा लगाने वाले होना पता चला जिनके डेरा खालीकर अन्यत्र जाने की जानकारी मिली । तत्काल साइबर सेल, चक्रधरनगर और जूटमिल की पुलिस द्वारा छापेमार कार्यवाही कर बैकुंठपुर (कोरिया) और सासाराम (बिहार) से शहर में घूम-घूम कर शहद बेचने और गौ-हत्या का दोषी होने का दिखावा करने वाले 4 डेरा वाले- किशन खैरवार, राजकुमार खैरवार, चिड़ीमार खैरवार और बीरन खैरवार सभी निवासी पलामू झारखंड को हिरासत में लिया गया, पकड़े गये आरोपियों से एक देशी कट्टा और पांच जिंदा करतूस के साथ नकदी रकम 2,36,000 रूपये और सोने-चांदी के जेवरात बरामद किये गये हैं । कड़ी पूछताछ में आरोपियों ने पिछले साल दिसंबर माह में घरघोड़ा क्षेत्र में हुई चोरी के साथ विगत मार्च महीने के अंतिम सप्ताह में जिले में हो रही सिलसिलेवार नकबजनी की घटनाओं का खुलासा हुआ है। आरोपियों का एक साथी रामू खैरवार फरार है । फरार आरोपी की सरगर्मी से तलाश जारी है ।