Desk khabar khuleaam ( deepak gupta )
जीपीएम में रेत का अवैध उत्खनन व भंडारण कर तस्करी की जा रही है. आरोप है कि जिले के पिपरीडोल कोलबिरा पथर्रा सिलपहरी पीपरखुंटी में खुलेआम अवैध रेत उत्खनन कर मध्यप्रदेश परिवहन किया जा रहा है । वही मामले की शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश है सकोला तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत पथर्रा कोलबीरा ग्राम पंचायत पीपरडोल के सोननदी से लगातार रेत माफियाओ के द्वारा अवैध रेत का खनन परिवहन और भंडारण किया जा रहा है,
ग्रामीणों ने बताया की पूर्व में मामले की मौखिक शिकायत खनिज विभाग से लेकर लेकर जिला प्रशासन से भी की थी. परंतु कार्रवाई नहीं होने से रेत तस्कर के हौसले और बुलंद हैं. अब रेत खुलेआम निकाला जा रहा है।
मामला सकोला तहसील के ग्राम पंचायत पथर्रा का है जहां सोन नदी से सिलपहरी में खुज्जी नाला से मरवाही तहसील के ग्राम पंचायत पिपरडोल के भी सोन नदी से रेत का अवैध खनन माफिया के द्वारा किया जाता है. ग्रामीणों ने बताया कि रेत माफियाओ के द्वारा गुंडागर्दी कर अवैध तरीके से रेत खनन कर अवैध भंडारण का कार्य किया जाता है. ग्रामीणों का आरोप है की रेत का अवैध उत्खनन करने वाले रेत माफियाओ को राजनैतिक और प्रशासनिक संरक्षण प्राप्त है. विरोध करने पर लोगों को शांत करा दिया जाता है. लोगों का कहना है कि दिन में मजदूरों के माध्यम से और रात में मशीनें लगाकर रेत उत्खनन कर भंडारण किया गया है.
सकोला के पथर्रा सहित पूरे क्षेत्र में तस्कर मोटी रकम देकर अवैध बालू चोरी और भंडारण कर रहे है। खनिज अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगा है. ग्रामीणों का कहना है कि बालू की तस्करी से शासन को महीने में करोड़ों रुपए की रॉयल्टी का चूना लग रहा है. खनिज अधिकारियों के बीच मोटी रकम का बंटवारा हो रहा है. मामले में सूत्रो के अनुसार ग्राम पथर्रा, ग्राम पीपरखुटी में जमकर रेत की चोरी कर अवैध भंडारण किया जा रहा है जिसमे खनिज विभाग के अधिकारियो की संलिप्तता है, महीनो में लाखो रुपए का की वसूली खनिज विभाग के अधिकारियो के द्वारा की जाती है, ।
बताना लाजमी है की जिले के खनिज विभाग के अधिकारी, आम किसानों को प्रताड़ित करते है, आदिवासी बहुल क्षेत्र में में किसानों के ट्रैक्टर के पकड़ के कार्यवाही को दिखाया जाता है, जबकि रेत माफियाओ से मोटी रकम लेकर बड़े बड़े हाइवा में रेत तस्करी करवाई जाती है,