मनोरंजन दास महंत पत्थलगांव की रिपोर्ट
ग्राम पंचायत पतरापली में हर महीने सरपंच सचिव के मनमानी के कारण राशन हितग्राही को समय अवधि पर चावल नहीं मिलने से हितग्राहियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।शासन के नियमानुसार सार्वजनिक वितरण प्रणाली उचित मूल्य दुकान के माध्यम से परिवारों को अंतर पात्रता के साथ तीन वर्गीकृत में हितग्राहियो को लाभ देने हेतू महीने के पहले तारिक से अंतिम तारिक तक उचित मूल्य की दूकान को खोल कर राशन वितरण कर भोजन का अधिकार को देना है। जिसमें हर सोमवार बंद रखने है लेकिन वहीं पत्थलगांव विकासखंड पतरापाली ग्राम पंचायत में राशन वितरण में भारी गड़बड़ी और अनियमता होना बताया जा रहा है जिसमें पिछले माह अक्टूबर महिने के अंतिम सप्ताह में वितरण किया गया जिसके कारण कई हितग्राहियों को राशन नहीं मील पाया। जिसमें हितग्राही राशन कार्ड धारक 2238057 51605 सुकी बाई पति शनीराम, 223807453276 गुब्बा बाई पति कामिल साय ने बताया की उन्हे पिछले माह का राशन नहीं मिला है। और वही इस माह भी अभी तक राशन नही मिलने से उनको तथा परिवार को खाने के लिए बहुत परेशानी हो रही। जशपुर जिले के पतरापाली ग्राम पंचायत में राशन वितरण में गड़बड़ी के कारण डीलर के नही होना है। जिसको सरपंच सचिव के द्वारा चलाया जा रहा है जिसमें राशन समय अवधि पर नही मिलना साफ दर्शाती है। की इस ग्राम पंचायत में जन हित कार्यों से ज्यादा अपने निजी कामों को ज्यादा प्राथमिकता दीया जा रहा है। राशन वितरण जैसे महत्वपूर्ण कार्य जिसमें किसी गरीब के आस लगी रहती है की महिने के पहले दुसरे तारिक को चावल मिलेगा और आराम से परिवार का पेट चलेगा लेकिन इस बात के परवाह किए बिना ही समय पर चावल नहीं दीया गया जा रहा है। और इसी लापवाही में हो सकता है किसी गरीब का चूल्हा जलना भी बंद हो गया हो। वहीं बताया जा रहा है भवनों के जीर्णोद्धार तथा सामुदायिक शौचालय का आधा अधूरा काम भी राम भरोसे चल रहा है। सरकार ने इस ग्राम पंचायत को रूबन मिशन ग्राम भी घोषित किया है। जिसमें सरकार के महत्वाकांक्षी योजना गांव को शहरों के जैसे लाभ दिलाने के योजना है जिसमें सरकार ने करोड़ो रूपए खर्च कर लोगों के लिए योजना तैयार किए है परन्तु सासन प्रशासन के अव्यवस्था ढुलमुल रवैया के कारण जशपुर जिले में पत्थलगांव विकासखंड में नल जल योजना जैसे कई सारी योजनाएं फीकी नजर आने लगी है।
सामाचार लिखने तक हितग्राहियों को राशन नहीं मिला है अब आगे देखना है की सामाचार का असर कितना पढ़ता है या अंधेर नगरी चौपट राजा ही चलता रहेगा