खाद के मूल्य वृद्धि के विरोध में ममता अशोक पंडा उपाध्यक्ष जनपद पंचायत घरघोड़ा ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां की आमजन का रोजगार कृषि पर आधारित है। वर्तमान में कोरोना वैश्विक महामारी में पुरे देश की आम जनता का अर्थव्यवास्था तहस-नहस हो गया है। ऐसी स्थिति में खरीफ फसल सीजन 2021 में रासायनिक उर्वरक के मूल्यों में बेतहाशा वृद्धि किसानों के हित में कुठारघात है। उन्होंने कहा कि रासायनिक खाद्य में विशेष कर डीएपी के दामों में प्रति बोरी 700 रुपए वृद्धि कर दिया जबकि रबि फसल सीजन 2020-21 में किसानों को प्रति बोरी 1200 की दर पर उपलब्ध कराई गई थी। खरीफ फसल सीजन में डीएपी में 58 प्रतिशत वृद्धि किसानो के साथ धोखा है। इस प्रकार रासायनिक खाद्य के दामों में भी 565 रूपये वृद्धि कर दी गई है। ऐसी स्थिति में किसानो के सामने खेती को लेकर बहुत बड़ा संकट खड़ा हो गया है। उपाध्यक्ष ने कहा कि कोरोना संकट काल में किसानों को राहत देने रासायनिक उर्वरको के दामो के बेतहाशा मूल्य वृद्धि को वापस ले
खाद के मूल्यवृद्धि किसानों के साथ छलवा, वापस ले केंद्र सरकार :- ममता अशोक पंडा
Published On: May 15, 2021 7:53 pm