निकाय चुनाव 2024 – कांग्रेस की बढ़त और भाजपा की चुनौतियां

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desk khabar khuleaam

रायगढ़/ घरघोड़ा:- निकाय चुनावों में वार्डों के आरक्षण की घोषणा के बाद नेताओं के बीच सुरक्षित सीटों के चयन को लेकर गहमागहमी तेज हो गई है। घरघोड़ा की राजनीतिक स्थिति पर नजर डालें तो 15 वार्डों में 8 सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित हैं, जिससे दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों के लिए उपयुक्त उम्मीदवारों का चयन चुनौतीपूर्ण हो गया है।नगर की मौजूदा राजनीति में कांग्रेस की स्थिति मजबूत नजर आ रही है। प्रदेश में भाजपा की सरकार होने के बावजूद घरघोड़ा नगर पंचायत में कांग्रेस का वर्चस्व है। भाजपा, जो वर्तमान में विपक्ष की भूमिका में है, नगर की राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय नजर नहीं आ रही है।राजनैतिक विश्लेषकों के अनुसार, भाजपा की कमजोर स्थिति के पीछे प्रशासनिक अधिकारियों पर अंकुश लगाने में प्रदेश सरकार की असफलता और पार्टी के कुछ बड़े नेताओं का अधिकारियों पर अत्यधिक निर्भरता मुख्य कारण हो सकते हैं। इसके अलावा, घरघोड़ा में भाजपा के भीतर गुटबाजी और कांग्रेस नेताओं को अधिकारियों का अप्रत्यक्ष समर्थन भी भाजपा के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। ऐसे में, निकाय चुनाव में भाजपा के लिए चुनौती यह होगी कि वह अपनी आंतरिक गुटबाजी को सुलझाकर स्थानीय स्तर पर मजबूत रणनीति अपनाए। वहीं, कांग्रेस अपने मौजूदा प्रभाव को बनाए रखने और इसे और मजबूत करने की कोशिश में है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों पार्टियां इस राजनीतिक समीकरण को कैसे साधती हैं।

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