(जशपुर) पत्थलगांव – जी हां आपको बता दें कि एक बार फिर से पत्थलगांव का सिविल अस्पताल सुर्खियों में बना हुआ है यहां गरीब मरीज सरकारी अस्पताल में आते तो हैं अपना इलाज करवाने पर यहां के डॉक्टरों को मरीजों के प्रति जरा भी हमदर्दी नहीं आता आपातकालीन डॉक्टर हो या ड्रेसर छुट्टी ही छुट्टी में नजर आते हैं आपको बता दें के जब ड्रेसिंग रूम के सामने घंटों बैठने के बाद ड्रेसर का अस्पताल ना पहुंचाना और दर्द से कराह रहे मरीजों का जब सब्र का बांध टूटने लगा तो मरीज बे इलाज ही अपने घर को लौटने मजबूर हो गए अस्पताल प्रशासन की ये घोर लापरवाही पत्थलगांव के सिविल अस्पताल से निकलकर सामने आ रही है ऐसे में सवाल ये खड़ा होता है की यदि अस्पताल में आपतकालीन डॉक्टर या ड्रेसर का उपस्थित ना होना अस्पताल से नदारद रहना ऐसे में यदि कोई भी बड़ी घटना दुर्घटना होती है अगर उस समय भी अस्पताल के ड्रेसर डॉक्टर अस्पताल से नदारद रहे और इलाज के आभाव में कोई जनहानि हो जाय तो आखिरकार इसका जवाबदार कोन होगा ? आए दिन सिविल अस्पताल पत्थलगांव प्रशासन की घोर लापरवाही सामने आती है पर किसी भी मामले में अस्पताल विभाग पर कोई भी कारवाही नहीं होती एक ओर जहां प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल शिक्षा स्वास्थ्य की तारीफ करते नहीं थकते वहीं धरातल में पत्थलगांव स्वाथ्य सेवा का क्या हाल है तो देखना ये होगा की अब प्रदेश के मुखिया या स्वास्थ्य मंत्री सिविल अस्पताल पत्थलगांव के कर्मचारियों पर क्या कार्यवाही करते हैं ।।।।
अजीत गुप्ता पत्थलगांव