रायकेरा के मुख्य सड़क में तंबू गाड़ के बैठे आज दूसरे दिन शांतिपूर्ण तरीके से हड़ताल किया जा रहा है शासकीय कार्य मे बिना बाधा पहुचाये जाम किया जा रहा है गाँव वाले के साथ शिक्षकों , स्कूली बच्चों के गाड़ियों , ग्रामीणों , एम्बुलेंस जैसे गाड़ियों को आने जाने दिया जा रहा है सड़क में सैकड़ों में 8 गाँव के प्रभावित बूढ़े जवान बच्चे महिला पुरूष लगातार बैठे है । ग्रामीणों का आरोप लगा रहे कि एनटीपीसी खनन परियोजना के अधिकारियों की मनमानी व तानाशाही रवैये से प्रभावित किसान परेशान है। किसानों के आंदोलन को जनपद अध्यक्ष सहोद्रा राठिया , पूर्व जनपद अध्यक्ष भाजपा नेता राधे श्याम राठिया सहित अनेक नेताओं का समर्थन मिल रहा है ।
आंदोलन में सबसे बड़ी बात ये भी देखने की मिली कि एनटीपीसी प्रबंधन के दोहरे चरित्र के बाद भी जाम में बैठे ग्रामीणों द्वारा दरियादिली दिखाते हुए एनटीपीसी के कर्मचारियों को चक्का जाम स्थल पर गाड़ियों को रोक दिया जा रब है वहाँ से कर्मचारियों को पैदल काम पर जाने दिया जा रहा है । और वही एनटीपीसी तिलाइपाली का प्रबंधन सीधे तौर पर किसानों को ठगने के काम में लगे है । आंदोलन करियो के आंखों में धूल झोंककर केसीएल माइनिंग कंपनी एम्बुलेंस का उपयोग राशन सामग्री एकत्र करने में कर रही है ।
प्रभावित ग्रामीणों ने जाम स्थल पर ग्रामीणों के साथ आने जाने वाले सभी के खाने का ब्यवस्था किया गया है जो चर्चा में है ।