धर्मजयगढ़ : समाजसेवी तथा वैभवी मोटर पार्ट्स नवापारा के संचालक तोस राम चन्द्रा ने अपने परिवार एवं मित्रगणों के साथ लामीखार स्थित शास प्राथ विद्यालय में संकुल प्रभारी एल पी ताडेय की उपस्थिति में छात्रों को पौष्टिक भोजन कराया व सभी बच्चों को कॉपी, पेन, बिस्किट आदि वितरण किया गया ।
छत्तीसगढ़ के स्कूलों में प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना के अंतर्गत विद्यार्थियों को दिए जाने वाले गर्म भोजन को सामुदायिक भागीदारी की बदौलत और अधिक पोषक बनाने की अभिनव पहल की गई है। शाला अवधि में विद्यार्थियों को भोजन प्रदाय करने के लिए संचालित प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना गाइड लाइन में सामुदायिक आधार पर तिथि भोजन के प्रावधान के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य में इसे न्योता भोजन के नाम से लागू किया गया है।
न्योता भोजन का उद्देश्य- न्योता भोजन का उद्देश्य समुदाय के बीच अपनेपन की भावना का विकास, भोजन के पोषक मूल्य में वृद्धि और सभी समुदाय वर्ग के बच्चों में समानता की भावना विकसित करना है। यह पूरी तरह से स्वैच्छिक है और समुदाय के लोग व कोई भी सामाजिक संगठन स्कूलों में न्योता भोजन करा सकते हैं l
क्षेत्रवासियों से अपील
संकुल प्रभारी तांडेय ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना से जहां बच्चों को पौष्टिक भोजन मिलेगा वहीं समाज में एक सकारात्मक संदेश भी जाएगा। उन्होंने क्षेत्रवासियों से अपील करते हुए कहा कि इस योजना के तहत जो भी संगठन संस्था इसमें भागीदार बनना चाहते हैं वे जरूर पहल करें इससे सुपोषण, शिक्षा और संस्कार में भी बढ़ोत्तरी होगी ।
स्कूल में दिए जाने वाले भोजन का विकल्प नहीं प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना के अंतर्गत विद्यार्थियों को दिए जाने वाले गर्म भोजन को सामुदायिक भागीदारी की बदौलत और अधिक पोषक बनाने की अभिनव पहल की गई है जबकि स्कूल में दिए जाने वाले भोजन का विकल्प नहीं होगा भोजन का पूरक होगा। समुदाय में ऐसे दानदाताओं की पहचान की जा सकती है जो रोटेशन में माह में कम से कम एक दिन शाला में न्योता भोजन करा सके। भोजन दान की प्रति को महादान के रूप में प्रचारित किया जाना है जिसमें पूरे विद्यालय अथवा किसी कक्षा विशेष के बच्चों को न्योता भोजन कराया जाता है। न्योता भोजन की घोषणा प्रार्थना के दौरान की जाएगी। घोषणा में दानदाता के नाम की भी घोषणा की जा सकती है व उन्हें आमंत्रित किया जा सकता है। इस अवसर पर तोस राम चन्द्रा अपने परिवार एवं मित्रगणों के साथ अनेक शिक्षक शिक्षिकाएं बड़ी संख्या में उपस्थित थे।