डेस्क खबर खुलेआम
सीमेंट के बढ़ते दाम बीजेपी के कमीशन खोरी का परिणाम- उस्मान बेग
सबसे बड़ा उत्पादक होकर भी कीमतों में क्यों नही कंट्रोल
छत्तीसगढ़ में बीजेपी के राज में सबसे बडे सीमेंट उत्पादक राज्य में ही सीमेंट की अप्रत्याशित बढ़ती कीमतों को लेकर हाय तौबा मचनी शुरू हो गयी है । इस अप्रत्याशित कीमतों में हो रही बढोत्तरी पर बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए तेज तर्रार युवा नेता पंचायत घरघोड़ा के उपाध्यक्ष उस्मान बेग ने कहा कि सीमेंट की कीमत में अचानक एक चौथाई की भारी भरकम वृद्धि भाजपा सरकार के कमीशनखोरी और मुनाफाखोरी का प्रमाण है। सीमेंट के बढ़ते दाम भाजपा सरकार में जनता को लूटने की खुली छूट है। ‘विष्णुभोग’ के लिए 50 रुपए प्रति बोरी अधिक दाम वसूला जा रहा है। अचानक 260 से बढ़ाकर 310 रूपए प्रति बोरा कर दिया गया है। जबकि छत्तीसगढ़ सीमेंट का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। यहां हर माह लगभग 30 लाख टन से अधिक सीमेंट का उत्पादन होता है। पहले केंद्र की मोदी सरकार ने 28 प्रतिशत का भारी भरकम GST लगाया। अब साय सरकार के संरक्षण में कीमतों में अचानक बढ़ोतरी जनता के साथ अन्याय है।कमीशन बेस पर चल रही डबल इंजन की सरकार ? उस्मान बेग जी ने आगे हमला बोलते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार पूंजीपतियों के आगे नतमस्तक है । पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार के समय सीमेंट, स्टील, रेत के दाम नियंत्रित थे। अब भाजपा सरकार के अनुचित संरक्षण में सीमेंट कंपनियां निरंकुश हो चुकी हैं। जनता को लूटने का कोई अवसर डबल इंजन की सरकार नहीं छोड़ रही है। भाजपा हर सिर के ऊपर छत का वादा कर सरकार में आई। बीजेपी सरकार में भवन निर्माण की सामग्रियों में लगातार बेतहाशा वृद्धि हो रही है। रेत के दाम पिछले 9 महीने में चार गुना बढ़ गए। स्टील की कीमतें दोगुना हो गई है। लाखों की संख्या में लोग बेरोजगार हो रहे और ज़्यादा हो भी जाएंगे , और कहा कि पुल पुलिया, बांध, सीसी रोड, भवन निर्माण कार्य प्रभावित होंगे। रियलस्टेट सेक्टर में भी नकारात्मक प्रभाव निश्चित है। रोजगार पैदा करने में कृषि के बाद रियलस्टेट दूसरा सबसे बड़ा सेक्टर है। सीमेंट की कीमत में अचानक वृद्धि से रियलस्टेट व्यवसाय की कमर टूट जाएगी। लाखों की संख्या में लोग बेरोजगार हो जाएंगे ।दाम कम हों वरना सरकार के विरोध में जनता के साथ सड़क पर उतरेंगे-उस्मान सीमेंट के बढ़ते दामो को लेकर नगर पंचायत के उपाध्यक्ष उस्मान बेग ने कहा कि 8 महीने में भाजपा सरकार ने जनता को लूटा है। अब सीमेंट की प्रति बोरी 50 रुपए अतिरिक्त वसूले जा रहे हैं। सीमेंट की कीमत 260 रुपए से बढ़ाकर 310 रुपए प्रति बोरी कर दी गई है।प्रदेश में कमरतोड़ मंहगाई और खराब कानून व्यवस्था से जनता त्रस्त है। सभी सीमेंट कंपनियों को एक बिजनेसमैन ने खरीद लिया है।छत्तीसगढ़ के खनिज संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है। सभी सीमेंट कंपनियों ने सीधे 20 प्रतिशत सीमेंट की कीमतें बढ़ा दी हैं। हम इसका विरोध करते हैं, जिस कंपनी का सभी विरोध कर रहे हैं, उसकी सेवा में केंद्र और राज्य सरकार लगी हैं।आखिर कौन सी वजह है जिस कारण प्रदेश में संचालित सभी सीमेंट कंपनियों ने एक साथ सीमेंट दरों में 50 रुपए की वृद्धि कर दी।हमारे यहां से ही अन्य प्रदेशों में बड़े पैमाने में सीमेंट भेजा जाता है। बेवजह दाम में वृद्धि किया जाना कहीं न कहीं कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार की बड़ी साजिश दिख रही है।सभी कंपनियों द्वारा एक साथ एक चौथाई के बराबर सीमेंट की कीमत बढ़ जाना ऐसा कभी भी नहीं हुआ ये सरकारी मनमानी और सांठगांठ का पुख्ता प्रमाण है।सीमेंट उत्पादन के लिए तमाम कच्चा माल, लाइमस्टोन हमारा, कोयला हमारा, जमीन हमारी, बिजली हमारी है। हमें ही महंगे दाम पर सीमेंट खरीदने के लिए भाजपा सरकार मजबूर कर रही है। यदि सरकार ने अपना रवैया नही बदला और कीमते कम नही हुई तो जनता के आक्रोश को आंदोलन में तब्दील होने में समय नही लगेगा और हम सड़क से संसद तक बीजेपी के कमीशनखोर कुशासन की पोल खोल के सड़क पर उतरकर बड़ा आंदोलन करने बाध्य रहेंगे।