जशपुर जिले के पत्थलगांव तहसील ग्राम पंचायत गाला का मामला है जहां इन दिनों कांग्रेस के बीडीसी द्वारा पद और पावर का गलत इस्तेमाल कर अपने ही सगे संबंधियों की जमीन फर्जी तरीके से अपने नाम करवा लिया तो वहीं पता लगते ही जमीन के वास्तविक मालिक ने बीडीसी और उनके परिजन के ऊपर आरोप लगाते हुए तहसील की शरण ली है।आपको बता दें कि पिछले वर्ष सन 2022 में कांग्रेस की बीडीसी अजय रूपा राजपूत के द्वारा पद और पावर का गलत इस्तेमाल कर पंचायत को भी गुमराह कर बिना पंचायत बैठाए जमीन की दस्तावेज तैयार कर फर्जी तरीके से आवेदक विकास सिंह की जमीन को अपने नाम करवा लिया अब आवेदक ने जमीन के फर्जी तरीके से प्राप्त किए गए पट्टे को निरस्त कर पुनः अपने नाम करवाने तहसील में गुहार लगाई है, यहीं नहीं बल्कि अब तो गांव के दबंग बी.डी.सी. का नजर पड़ोस में रहने वाले किसान को जमीन पर भी पड़ गई और दबंग बी.डी.सी. ने किसान के जमीन पर भी अपना हक जमाना शुरू कर दिया बी.डी.सी. की इन हरकतों से परेशान होकर जब किसानों ने इस मामले की जानकारी पंचायत और तहसीलदार को दी तब पंचायत में ना तो बी.डी.सी.आई और ना ही मौके का निरीक्षण करने गए तहसीलदार के समझ बी.डी.सी. का आना हुआ इससे तो साफ जाहिर होता है की कांग्रेस बी.डी.सी. कितने गुमान पर है । आपको बता दें कि फर्जी रजिस्ट्री के मामले को लेकर जब ग्राम पंचायत गाला में तीन तीन बार पंचायत बुलवाई गई पंचायत में सरपंच सचिव समेत कई पंचायत के कार्यकर्ता समेत ग्रामीण भी मौजूद रहे ऐसे में तीन बार में से एक भी बार पंचायत के समक्ष बी.डी.सी.का न खड़ा होना एक सवाल खड़ा करता है मामले की जानकारी पत्थलगांव के ग्राम पंचायत गाला से लेकर तहलील पत्थलगांव समेत जिले के कलेक्टर को भी है लेकिन साल भर बीतने के बाद भी अब तक प्रशासन के द्वारा इस मामले को ना सुलझा पाना एक सवालिया निशान खड़ा करता है।।
ऐसे में देखना ये होगा की सासन प्रशासन अब इस मामले को लेकर क्या कदम उठाती है? क्या बीडीसी के पद और पावर के सामने आला अधिकारी नतमस्तक हैं ?क्या उक्त भूमि का मालिकाना हक भूमि के सही हकदार को मिल पाएगी?क्या फर्जी रजिस्ट्री मामले में बी.डी.सी.के खिलाफ क्या कार्यवाही हो पाएगी ? पीड़ित परिवार प्रशासन से न्याय की आशा में बैठा है ।
पत्थलगांव से अजीत गुप्ता की रिपोर्ट