डेस्क खबर खुलेआम
जशपुर – मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत स्कूलों को किस तरह से संवारा गया है इसकी बानगी पत्थलगांव के फरसाटोली पंचायत में देखने को मिली है .जहां लाखो रुपए खर्च करके स्कूलों की मरम्मत की गई.लेकिन कुछ ही दिनों में स्कूल का टिन के शेड हवा में उड गए जगह जगह दरारे आने से इस स्कूल में किए गए काम की पोल खोल दी है। आलम ये है कि महीने पहले मरम्मत किए गए कमरों से अब आसमान दिखाई देने लगा है ,जशपुर जिले के पत्थलगांव ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले फरसाटोली में कुछ महीने पहले स्कूल की मरम्मत की गई थी.लेकिन हाल ही में यहा आये हवा के झोंके में छत में लगाये गये टिन के शेड उड गए इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्कूल की मरम्मत किस तरह से की गई होगी। उक्त स्कूल का छत गायब हो जाने से अब बच्चो को वैकल्पिक तौर पर दूसरे कमरों में बिठाया जा रहा है।बता दे की मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत किये गये मरम्मत से पूर्व इस स्कूल की हालत वर्तमान से बेहतर ही थी इसके बाद कुछ महीनो पहले मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना से स्कूल भवन का नए सिरे से मरम्मत हुआ और खपरैल की जगह टिन के शेड लगाई गई, लेकिन गुणवत्ताविहीन निर्माण कार्य होने की वजह से कुछ ही दिनों में पूरा छत उड गया। बता दे की प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के अंतर्गत वर्ष 2022-23 में मरम्मत योग्य शालाओं के जीर्णोद्धार एवं अतिरिक्त कक्ष निर्माण कार्य के लिए स्वीकृत कार्यो की जांच शुरू कर दी गई है।
जशपुर जिले में चला जमकर खेल
जशपुर जिले में अनेको स्कूल इसे है जहा मरम्मत के नाम पर सिर्फ बन्दरबाँट किया गया है अब देखना होगा की जिले के स्कूलों में मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना में हुवे जमकर भ्रष्टाचार के मामले में प्रशासन क्या कारवाई करता है । लोगो का आरोप है की जिले में मुख्यमंत्री जतन योजना के तहत किये गए अधिकांश निर्माण कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई हैं, कई स्कुलो में घटिया और बेहद ही स्तरहीन कार्य किये जाने से ढलाई के बाद छत से पानी टपक रहा हैं. निर्माण कार्य इतना स्तरहीन है कि कई स्कूलों की छत में पहली बारिश में ढलाई किये गए छत से गिट्टी और रेत अलग अलग हो गये हैं।विभागीय अधिकारियों की सांठगांठ के कारण ठेकेदारों के द्वारा इस तरह से घटिया सामग्री स्तेमाल कर शासन के रुपयों को बंदरबाट किया जाने का मामला देखा जा सकता हैं।