

टमाटर का खदान कहे जाने वाले पत्थलगांव और जुड़े क्षेत्र लुडेग में टमाटर कचरे से भी कम रेट में बेचने को मजबूर किसान ₹ 50 भार में भी कोई लेने को तैयार नहीं मौसम का यह हाल है कि किसानों को टमाटर का सही दाम नहीं मिल पा रहा है जिससे किसान बहुत ज्यादा परेशान हैं उनके लागत का भी पैसा वसूल नहीं हो पा रहा है किसान हरिहर साय सिदार से चर्चा करने पर बताया कि सही दाम ना मिलने से किसान बहुत परेशान हैं वही हमारा त्यौहार टमाटर का खदान कहे जाने वाले पत्थलगांव और जुड़े क्षेत्र लुडेग में टमाटर कचरे से भी कम रेट में बेचने को मजबूर किसान 50 भार में भी कोई लेने को तैयार नहीं मौसम का यह हाल है कि किसानों को टमाटर का सही दाम नहीं मिल पा रहा है जिससे किसान बहुत ज्यादा परेशान हैं उनके लागत का भी पैसा वसूल नहीं हो पा रहा है किसान हरिहर साय सिदार से चर्चा करने पर बताया कि सही दाम ना मिलने से किसान बहुत परेशान हैं वही हमारा त्यौहार छेरछेरा हम अच्छे से नहीं बना पा रहे हैं पैसा ही नहीं है तो त्यौहार कैसे मनाए हम अच्छे से नहीं मना पा रहे हैं पैसा ही नहीं है तो त्यौहार कैसे मनाए इस साल किसान छेरछेरा के दिन भी निराश हैं किसानों का बुरा हाल हैं





