मुख्यमंत्री ने नवा खाई पर्व के दिन क्षेत्र की जनता के समक्ष वादा किया था अब उसे अमल में लाएं:- चूड़ामणि पटेल
मांग पूरी होने तक कोविड नियमों के अनुरूप यह आंदोलन अनवरत चलता रहेगा:- रामकृष्ण नायक
नवगठित जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ में विकासखंड बरमकेला को जोड़ देने का हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर ग्रामीण क्षेत्र से लोग भारी संख्या में धरना स्थल पहुंच रहे थे कि प्रदेश व जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए रायगढ़ जिला प्रशासन के द्वारा कोविड-19 से बचाव हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिया गया है।
जिस पर जिला संघर्ष समिति विकासखंड बरमकेला के सदस्यों ने दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए मांग पूरी होने तक सीमित संख्या में ही धरना प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।
इस तरह से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन लगातार आठवां दिन भी जारी रहा।
जिला संघर्ष समिति के सदस्य चूड़ामणि पटेल ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल ने नवा खाई जैसे पवित्र पर्व के दिन रायपुर स्थित अपने आवास में क्षेत्र के करीब 1000 से ज्यादा जनप्रतिनिधि एवं जनता जनार्दन के समक्ष यह वादा किया था कि नए जिला का निर्माण जनता की सुविधा को ध्यान में रखकर की जाती है।आपकी सुविधा रायगढ़ जिले में रहने से है तो आप रायगढ़ जिले में ही रहेंगे तथा आने वाले दावा आपत्ति के समय अपना पक्ष रख देंगे। जिस पर 20 दिसंबर को दावा आपत्ति के दौरान क्षेत्र के 224 गांव के 16 हजार से अधिक लोगों ने अपनी आपत्ति दर्ज करा चुकी हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री जी अब क्षेत्र की जनता की मंशा के विपरित छलावा ना करते हुए यथाशीघ्र बरमकेला विकासखंड को रायगढ़ जिला में यथावत रखने की घोषणा कर अपने वायदे को अमल में लाएं।
जिला संघर्ष समिति के सदस्य रामकृष्ण नायक ने बताया कि जिला संघर्ष समिति विकासखंड बरमकेला के बैनर तले क्षेत्रवासियों ने शुरू किया है यह आंदोलन और हमारी मांग जब तक पूरी नहीं होगी तब तक कोविड नियमों के अनुरूप यह आंदोलन अनवरत रूप से चलता रहेगा।
धरना प्रदर्शन के आठवें दिन कैलाश पण्डा,परदेशी प्रधान,भूतनाथ पटेल, राधामोहन पाणिग्राही,अरविंद पटेल, वासुदेव चौधरी,गणेशी चौहान, गंगा प्रसाद पटेल,दयाराम चौधरी,टिकेश्वर पटेल, तपेश्वर पटेल, पवन साहू, शिवदयाल पटेल, ओमप्रकाश साहू, दीनबंधु वर्मा, तिलकराम पटेल, चमरा चौहान उपस्थित रहे।