घरघोड़ा :- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कलेक्टर, एसपी के वीडियो कांफ्रेंसिंग में 3 साल से एक ही जगह में जमे पुलिसकर्मियों और पटवारियों को दूसरे जगह स्थानांतरण करने का आदेश दिया था। इसके बाद थोक में पुलिसकर्मियों और पटवारियों के तबादले हुए। ऐसे स्थानांतरित पुलिसकर्मियों ने तो अपनी नई जगह पर आमद दे दी, लेकिन स्थानांतरित पटवारी अब भी अपने पुराने हलकों में ही जमे हुए हैं
शसन के आदेश के परिपेक्ष्य में जिला कलेक्टर ने बीते 9 नवम्बर को जिले भर में 3 साल से एक ही जगह में जमे 69 पटवारियों का अन्यत्र स्थानांतरण आदेश जारी किया गया है। लेकिन पखवाड़े भर बाद भी घरघोड़ा तहसील के स्थानांतरित पटवारी उसी हलके में डटे हुए हैं। इनमें कुछ रसूखदार पटवारी तो ऐसे हैं जो 7-8 साल से उसी जगह पर जमे हुए हैं। ऐसे पटवारियों को जिला कलेक्टर के आदेश की कोई परवाह नहीं है। आदेश के पश्चात आज दिनाँक तक पटवारियों के द्वारा नए जगह का चार्ज नही लिया गया है, जिसके कारण किसानों को बहुत से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ मौसम की मार तो दूसरे तरफ पटवारियों की मार। किसान करे तो करे क्या ? जब किसानों को अपने साल भर की मेहनत से कमाए गए धान को बेचने के समय मे पटवारियों द्वारा अपने नए हल्के में प्रभार नही लिया जा रहा है और तबादले के बहाना बनाकर काम भी नहीं किया जा रहा है, तो कुछ हफ्ते भर से छुट्टी लेकर मुख्यालय से गायब हैं। वहीं कुछ ऐसे हैं, जो जगह संशोधन कराने की जुगाड़ में लगे हुए हैं। जिसके कारण किसान अपना रकबा खसरा को दुरुस्त नही करा पा रहे है। इससे भविष्य में किसानों को भारी आर्थिक छति का सामना करना पड़ सकता है
( विभागीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार विभाग के अधिकारी जिला कलेक्टर के आदेशनुसार पटवारियों को नए हल्के में जॉइन करने के आदेश का पालन कराने में खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं । )