बज्रदास महंत की रिपोर्ट लैलूंगा से
सोमवार दिनांक 12 अप्रैल को संगम लैलूंगा महिला संघ अपने शिकायत के साथ रायगढ़ थाना और रायगढ़ साइबर सेल पहुचे I जानकारी अनुसार लैलूंगा विकासखण्ड मे पिछले 4 साल से छत्तीसगढ़ शाषण द्वारा ‘ बिहान ‘ योजना को संचालित किया जा रहा है I योजना के तहत ग्रामीण गरीब महिलाओं को स्व सहायता समूह मे जोड़ा जा रहा है जिससे उनके आजीविका वृद्धि और शशक्तिकरण के उद्देश्य को पूर्ण किया जा सके , बिहान योजना से कुल 1557 स्व सहायता समूह , कुल 112 महिला ग्राम संगठन , 4 संकुल बने है जिससे कुल 17635 परिवार जुड़े है जिनके साथ विभिन्न आजीविका गतिविधि और वित्तीय समावेश को जनपद पंचायत और प्रदान संस्था द्वारा संचालित किया जा रहा है ।
संगम महिला संघ के अध्यक्ष मुक्त मनिबेक ,सचिव अहिल्या सिदार , महिला कल्याण संकुल के सचिव उर्मिला चौहान और सदस्य प्रियंका एक्का और प्रदान संस्था से अनुजा रानी उपस्थित थे I जानकारी अनुसार 27 दिसम्बर 2021 को संघ द्वारा लैलूंगा थाने मे एक लिखित शिकायत किया गया था, जिसमे बताया गया था की महिला समूह द्वारा बनाए गए वाटस एप ग्रुप मे अनजान फ़ोन नंबर से अश्लील विडियो, ऑडियो फ़ोटो भेजे जा रहे थे जिससे उन्हें और उनके परिवारों को मानसिक तनाव हो रहा है I परिवार मे इसी कारण आपसी मतभेद और दीदियों को पाबंदी का सामना करना पड़ रहा है I संघ ने लैलूंगा के SDM सीमा पात्रे के प्रतिक्रिया और आदेश से फरवरी माह मे फआईआर (FIR) अधिनियम भादस 1860 के धारा 509 (ख) किया था परन्तु पिछले 2 माह से कार्यवाही से असंतुष्ट है I प्रियंका, संकुल सदस्य द्वारा बताया गया की पुनः अप्रैल मे 3 अनजान नंबर से अश्लील विडियो भेजे जा रहे है और विडिओ कॉल आ रहे है जिससे संकुल की सभी महिला और उनके परिवार परेशान है। इसी शिकायत को संघ ने अभिब्यक्ति एप मे भी रजिस्टर किया गया कार्यवाही हेतु उन्हें जिला पुलिस अधिकारी से संपर्क किया गया की वो अपनी शिकायत को जिला एसपी अभिषेक मीणा से मिलकर जल्दी कार्यवाही हेतु मांग करे । सोमवार को उपस्थति संघ के सदस्यों ने एडिशनल एसपी लखन पटले व महिला सेल के थाना इन्चार्ज अंजना केरकेट्टा और साइबर सेल के सब इंस्पेक्टर दुर्गेश सिंह से मिले और उन्हें सभी से आश्वाशन दिया गया है की उनकी FIR पे जल्द से जल्द कार्यवाही की जाएगी और उनकी समस्यओं का निवारण हो जाएगा , सभी का कहना था की जिला के अधिकारियों ने उन्हें समय दिया और उनके साथ संवेदनशील से व्यवहार किया, साथ ही अधिकारियों ने महिलाओं की सराहना की ऐसे अन्याय के खिलाफ मिलकर आवाज़ उठाया है, महिलाओ के लिए क्यूंकि समाज और परिवार के दबाव, चरित्रहनन की डर से आज भी अनगिनत महिलाए पुलिस थाने और न्यायिक प्रक्रिया मे जाने से घबराते है, संगम महिला संघ की यही सोच है की महिलाये जब अपने अनेक बन्धनों को तोड़ कर अपने और अपने परिवार के लिए सुखद सपना देख रहे है और ऐसे अनुभव उनके प्रगति को कमज़ोर और धीमा कर देता है इसलिए आवश्यक है की महिलाये आगे निकल कर अपने ऊपर होने वाले सभी हिंसक अनुभवों के खिलाफ आवाज़ उठाये और कानूनी न्यायिक प्रक्रिया की सहायता लेते रहे I महिलाओ की प्रगति मे जरुरी है की समाज ,सरकारी तंत्र और पुलिस विभाग निरन्तर ऐसा माहोल बनाए जहा वो बेख़ौफ़ अपने कार्य कर पाए और अपने मुद्दों की सुनवाई सुनिशित कर पाए I संघ का ये भी सुझाव था की ऐसे अभिब्यक्ति एप को सभी महिलाओ को डाउनलोड करना चाहिए अपने फ़ोन पे और जिला के जिम्मेदार पुलिस अधिकारी को ऐसे मुद्दों की सुनवाई को शीघ्रता से करवाए और कार्यवाही सुविधा उनके विकासखण्ड मे ही उपलब्ध कराया जाये जिससे उन्हें इतनी दूर रायगढ़ आना नहीं पड़े । संगम महिला संघ के दीदियों ने सभी पुलिस अधिकारी ,साइबर सेल विभाग ,प्रदान संस्था और अपने 17635 स्व सहायता समूह के महिलाओ की एकता का भी धन्यवाद किया जिनसे उनके संघ को ताकत और हिम्मत मिलती है .