लगातार हो रही हाथियों के मौत का जिम्मेदार कौन – सिर्फ छोटे कर्मचारियों पर कार्रवाई की गाज क्यों ?
जवाबदार अधिकारियों पर कब होगी कार्रवाई
घरघोड़ा उप वनमंडल जंगली जानवरों के मौत का एक के बाद एक का सिलसिला जारी है वही अधिकारी अपने कर्मचारी के भरोशे जंगलों को छोड़ दिये है जिसमे छोटे वन कर्मी जंगल की तरफ रुख कर भी लेते है परंतु डिप्टी रेंजर स्तर के अधिकारी मुख्यालय में कम ही पाए जाते है । लगातार हो रहे मानव हाथी के द्वंद से आमजन में वन विभाग के खिलाफ आक्रोश, घरघोड़ा उप वनमंडल एसडीओ रेंजर उप रेंजर की कार्यप्रणालियों पर लगातार सवाल खड़े हो रही है, फिर भी विभाग मुख दर्शक बना हुआ है । आखिर जंगली जानवरों की मौत का जिम्मेदार कौन है, क्यों बड़े अधिकारी कर्मचारी पर कोई कार्रवाई नही की जाती है तमाम सवालों से वन विभाग घिरा हुआ है
घरघोड़ा उप वन मंडल वन में आये दिन लगातार चीतल, बरहा व हाथियों की मौत की खबर के लगातार मामले सामने आ रही है। आज घरघोड़ा वन परिक्षेत्र के कुडुमकेला के पास ग्राम पुसल्दा में एक किसान के गन्ना बाड़ी में हाथी का नन्हा शावक मृत पाया गया।
वन विभाग द्वारा बताए जानकारी अनुसार 18 से 20 हांथीयो का दल जंगल से चारा के लिए खेत की तरफ आया था जहाँ हांथीयो द्वारा बिजिली खंबे को सूंड मारकर गिराया गया , करंट तार नीचे होने के कारण चारे के साथ तार को शावक हांथी द्वारा खाने से मौत होना बताया जा रहा है वन विभाग हमेशा आखिर पत्रकारों से दुरी बना कर रखना कही न कही विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाती है।
फसल खाने के लिए हांथी के 18 से 19 झुंड आए थे खंबे को गिराने की वजह से तार झुक गया था चारा के साथ बच्चे हांथी के मुंह मे इंसोलेटेड तार मुह में लेने की वजह से शावक की मौत हुई है
स्टालिन मंडावी
डीएफओ – रायगढ़