लॉकडाउन के बाउजूद ग्रामीण क्षेत्रों में महुआ व्यपारी सक्रिय बिना, माक्स लगाए लगा रहे पसरा !! ग्रामीण और अधिकारी क्या कहते पढ़े पूरी खबर ।।

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छोटे व्यपारियों का सवाल ,सिर्फ महुआ कोचियों को छूट कैसे !!

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प्रशासन के कार्यवाही के बाद भी व्यापारीयो में नही है कोई डर !!

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लैलूंगा / रायगढ़ जिले में लगातार पॉजिटिविटी  रेट बढ़ते जा रहे हैं जिस पर रोकथाम का भरसक प्रयास कलेक्टर एवं जिला प्रशासन द्वारा युद्ध स्तर पर किया जा रहा है आज स्थिति यह है कि लगभग प्रत्येक गांव में कोरोना अपना पैर पसारे हुए हैं तमाम तरह के पाबंदियों, अपील ,निवेदन के बाद संपूर्ण लॉकडाउन के कठिन निर्णय लेना पड़ा जिससे  कोरोना चैन को तोड़ने हम सफल हों ताकि हमारे अस्पतालों और डॉक्टर स्टाफ पर दबाव कम हो सके और हमारी मेडिकल सर्विसेस इस कोरोना से जंग में  जीत जल्द प्राप्त कर सके इस संपूर्ण लॉकडाउन में किराना दुकान तक बंद करने की स्थिति आ गई अत्यावश्यक सामानों को कुछ समय के लिए छूट दी गई है परंतु संपूर्ण लॉकडाउन में भी अन्य जिलों एवम राज्यों से महुआ कोचिया व्यापारी गांव में पसरा लगाकर महुआ की खरीदी कर रहे हैं गांव वालों का कहना है कि महुआ कोचिया लॉकडाउन में भीड़ लगाकर धारा 144 का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन करते हुए महुआ की खरीदी कर रहे हैं । जिसकी कोई समय सीमा भी नहीं है यह सुबेरे 5:00 बजे से रात के 11:00 बजे तक गांव में ही घूमते नजर आते हैं इसका एक नुकसान यह भी है कि लॉकडाउन का फायदा उठाकर यह औने पौने दाम में महुआ खरीदी कर रहे हैं जिससे मुनाफाखोरी बढ़ रही है साथ ही इस कठिन परिस्थिति में गरीब ग्रामीणों को कोरोना  जैसी महामारी के मुंह में धकेलने जैसी स्थिति बना कर उनको बेबस बना रहे हैं।


राशन से ज्यादा महत्वपूर्ण महुआ है क्या :

इस संबंध में गांव के अन्य व्यापारियों का कहना है कि जब किराना जैसे अत्यावश्यक दुकानें बंद है तो महुआ कोचियों को कैसे छूट मिली हुई है क्या महुआ चावल दाल राशन से भी ज्यादा महत्वपूर्ण है जबकि कुछ दिनों तक संपूर्ण लॉकडाउन था जिसमें किराना भी शामिल था अभी किराना को कुछ समय के लिए छूट दी गई है परंतु यह महुआ  कोचिया दिन रात गांव में घूम घूम कर अपना डेरा जमा हुए हैं जिसमें ग्रामीणों की भीड़ लगना आम बात हो गई है। 


अन्य जिलों के कोचिया ज्यादा सक्रिय :

गांव गांव में अन्य जिलों में कोचिया ज्यादा सक्रिय हैं जो प्रतिदिन सुबह से गांव में पहुंच कर पसरा लगाते हैं स्थानीय व्यापारी अपनी जिम्मेदारी बहुत हद तक निभाते दिख रहे हैं परंतु अन्य जिलों से कुछ कोचीया इस जिम्मेदारी से परे हटकर दिन रात लॉक डाउन का उल्लंघन करते हुए नजर आते हैं। जिसमे बिना मास्क के भी घूमते देखा जाता है।


कार्यवाही हुई तो, हुआ एक एफआईआर :

स्थानीय प्रशासन द्वारा अशोक अग्रवाल निवासी सुरंग पानी पर धारा 189, 269 लॉकडाउन उल्लंघन धारा 144 उल्लंघन के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है जिससे कई व्यापारी अच्छा संदेश मानकर घर पर बैठ गए हैं परंतु कुछ कोचिया पहले से ज्यादा सक्रिय हो गए अब वह न सिर्फ सुबह बल्कि शाम में भी गांव में पसरा लगा रहे हैं।


कलेक्टर की मार्मिक अपील के बाद भी अपील पर धत्ता दिखाते व्यापारी :

कलेक्टर भीम सिंह द्वारा कई बार वीडियो जारी कर मार्मिक अपील करते नजर आए हैं जिसमें उन्होंने स्पष्ट नियमों का पालन करने लोगों से अपील की थी प्रत्येक व्यक्ति अति आवश्यक ना होने पर घर के बाहर ना निकले साथ ही मास्क सेनेटाइजर का भरपूर प्रयोग करने कलेक्टर द्वारा इस विषय पर जोर दिया जाता रहा है। परंतु ग्रामीण क्षेत्रों में इस अपील पर अमल करते नजर नही आ रहे है। व्यापारियों का गांवों में आवाजाही लगातार जारी है 


गांव से निकल कर आ रहे हैं कोरोना के भयावह आंकड़े :

रायगढ़ जिले में कोरोना के लगातार भयावह आंकड़े सामने आ रहे हैं कुछ लोगों की वजह से इस महामारी का परिणाम हमें किस ओर ले जाएगा इस दिशा में ठोस कदम उठाने की अत्यंत आवश्यकता नजर आ रही है आज कोई भी गांव इस महामारी से शायद ही अछूता रहा होगा जिसके कारण आज हमें लॉकडाउन का सामना दूसरी बार करना पड़ रहा है इन जैसे लोगों पर यदि कड़ाई  न हो तो इस लॉकडाउन का अगर कोई सही परिणाम नहीं निकल कर सामने आता है तो उस के सबसे बड़े कारण इस तरह की लापरवाही ही होगी।  


बिना मास्क और सेनेटाइजर के रहते हैं सभी कोचिया :

हमारी टीम जब गांव में इस संबंध में पता लगाई तो हमने 7 कोचिए को अलग अलग गांव में मौजूद पाया जिनमे से मास्क लगाए सिर्फ 3 लोग मिले बाकी या तो मास्क को पॉकेट में या बैग में रखे थे कैमरा देखते ही पलट कर मास्क लगाने लगे थे । सेनेटाइजर  तो किसी के पास उपलब्ध भी नही था। 

बेरियर से बचने बना लिए हैं शॉर्टकट :

बेरियर के आसपास वाले गांव में बेरियर में मुस्तैद कर्मचारियों के कारण इन कोचियों ने चोर रास्ता  बना लिया है जो बेरियर से ठीक पीछे 100 मीटर की दूरी पर बना है शार्ट कट रास्ता इसी रास्ता व्यापारी अपनी चार चक्का वाहन रात व सुबह भोर में गांव में पहुँच रहे है लोगो का कहना है कि व्यपारी बेरियर में एंट्री के भय से मोटर साईकिल से गांव में घुस रहे है और गांव के कुछ व्यक्ति को पैसे का लालच देकर उनसे भी पसरा लगवाएं जा रहे है। इस तरह से काम करके ये लोग न सिर्फ स्वयं को खतरे में डाल रहे हैं बल्कि पूरे ग्रामीण इलाकों में खतरा बढ़ा रहे हैं 


हम भी छोटे किराना दुकान चलाते हैं जिसके बंद होने से हम लोग खाने को सोचने लगते हैं पर फिर भी हम प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं ताकि सब पहले जैसे हो जाए। 

रामप्रसाद – ग्रामीण


लाकडाउन लगने के बाद भी लैलूंगा तथा जशपुर जिला व ओड़िसा के व्यापारी गांव गांव घूमकर महुआ नपा रहे है प्रतिदिन सुबह से लेकर देर रात तक दर्जनों वाहनों में महुआ लोड होकर गुजरती हैं । 

अमर साय – ग्रामीण


क्या कहते है अधिकारी :

लगातार कार्यवाही जारी है एक अशोक अग्रवाल सुरंगपानी के खिलाप एफ आई आर की गई है आज भी गस्त में थे कोई भी इस तरीक़े से दिखा नही है जानकारी मिलते ही तत्काल कार्यवाही की जाएगी 

श्रवण कुमार टंडन – एसडीएम लैलूंगा

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