राहुल गांधी की संसदीय सदस्यता रद्द करने की नही , बल्कि सवाल सच्चाई बोलने वाले कितने लोग को जेल में डाला जाएगा या सदस्यता रद्द की जाएगी – यूसुफ खान

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
IMG 20230327 WA0036

कोरबा – ग्रामीण छेत्र के पसान गावों के युवा कांग्रेस नेता युसूफ खांन के द्वारा बयान दिया गया जिसमे राहुल गांधी को लेकर जो संसदीय सदस्यता रद्द कर दी गई जिसे सारे बीजेपी कार्यकर्ता पप्पू मानते थे हर एक कांग्रेस के मीटिंग में जो भी राहुल गांधी के द्वारा स्पीच दिया जाता था उसे मज़ाक बना कर पप्पू शब्द इस्तेमाल किया करते थे क्या अब यही पप्पू की बात इतनी खराब लगने लगी कि जिसे लोकसभा की सदस्यता रद्द करनी पड़ी क्या यही है कानून व्यवस्था कि जो सच्चाई अगर बोलेगा उसे या तो जेल में डाला जाएगा या फिर उसकी सदस्यता रद्द की जाएगी बीजेपी वाले यह कहते फिरते हैं की एक अकेला सरफिरा पागल निकला है नफरतों के बाजार में मोहब्बत की पैगाम देने क्या कर लेगा हमारा अब एक बात जो अडानी के खिलाफ पूछ लिया तो उसकी सदस्यता रद्द करनी पड़ी

हमारे देश की कानून व्यवस्था

इतना जल्दी तो हमारे यहां भारत में रेपिस्ट के ऊपर एक्शन नहीं लिया जाता जितना कि बीजेपी वाले विपक्षी दल के नेता के ऊपर कार्यवाही करने के लिए चंद सेकंड नहीं लगते अब यही देखना बाकी रह गया था।

बीजेपी तानाशाह की राजनीति कर रही

जब जब किसी ने बीजेपी का पोल खोला है तब तब उसके ऊपर किसी न किसी तरह साजिश कर फसाया जाता है और उसे जेल में भेजा जाता है हमने यूपी में कितनो को देखा है चाहे वो कोई भी पार्टी का हो या आम आदमी क्यों न हों मतलब आज देश तो आजाद हो गया लेकिन तानशाही कायम है।

अब देखे राहुल गांधी जी के साथ क्या हुआ जो देश के सबसे बड़े विपक्षी नेता रहे हैं

कांग्रेस नेता राहुल गाँधी की संसद से सदस्यता खत्म करने को लेकर कांग्रेस कमेटी ने अपने बयान में कहा है के केन्द्र की तानाशाह मोदी सरकार द्वारा विपक्ष की सबसे मजबूत आवाज को दबाने के लिए जिस अलोकतांत्रिक वा दुर्भावना पूर्ण ढंग से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी जी की संसद से सदस्यता खत्म की गई है वो भारतीय राजनीति में न्याय प्रणाली के दुरुपयोग एवं विपक्ष के प्रति सत्ताधारी दल की राजनैतिक मर्यादाओं को तार तार करने वाला है, राहुल गांधी जैसे जनलोकप्रिय नेता की दुर्भावनावश संसद से सदस्यता खत्म करना अपने आप में कई सवाल खड़े करता है , भारतीय राजनीति में इस दिन को लोकतंत्र की हत्या के रूप में एक काले अध्याय की तरह याद रखा जायेगा , राहुल ने जिस मजबूती के साथ केंद्र सरकार और अडानी समूह के बीच मिली भगत वा भ्रष्टाचार को लेकर मोर्चा खोला हुआ है इससे सरकार घबरा कर इस तरह की कार्यवाही कर रही है क्योंकि इससे पहले भी संसद में राहुल जी की आवाज दबाने के लिए संसद को म्यूट किया जाना एवं संसद को लगातार न चलने देना ये सरकार द्वारा अडानी को बचाने की मुहिम का हिस्सा रहा है, कांग्रेस पार्टी महंगाई बेरोजगारी भ्रष्टाचार जैसे जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर सरकार से हर मोर्चे पे लड़ेगी , संसद से लेकर सड़क तक हमारा संघर्ष लगातार जारी रहेगा

अब आगे देखें और समझे

अब हमारे देश का बीस हजार करोड़ जिसने खा गया हो और उसके ऊपर एक्सन की बात आती है तो सभी खामोश हो जाते है क्यों क्योंकि खरबपति लोग है वही अगर गरीब मजदूर किसान रोजगार की बात करते है तो सदस्यता रद्द कर गरीबों की आवाज़ को दबाया जाता है क्या हमारे देश का कानून आयशा होना चाहिए।

Join WhatsApp

Join Now

Leave a Comment