

डेस्क खबर खुलेआम


घरघोड़ा। गत दिवस एक समाचार पत्र में “स्कूल जाने की जरूरत नहीं बीईओ से मिलो कमीशन दो और मौज करो” शीर्षक से प्रकाशित समाचार को घरघोड़ा बीईओ केशव प्रसाद पटेल ने झूठा और भ्रामक बताया है। उन्होंने बताया कि कुछ कतिपय लोगों ने विभाग की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से ऐसा खबर प्रकाशित करवा रहे हैं।
बीईओ पटेल ने बताया कि उक्त समाचार में उल्लेख किया गया है कि दूसरे ब्लॉक में जाकर उनकी सेवा पुस्तिका वहां के प्रभारी की जानकारी के बिना लाकर सुधार किया गया। यह सर्वथा असत्य और निराधार है। दूसरा यह कि संजय निकुंज नाम के अनुपस्थित शिक्षक का वेतन आहरित किया गया है। इसके विषय में श्री पटेल ने बताया कि उक्त शिक्षक अपने स्वास्थ्यगत कारणों से नियमित विद्यालय नहीं आ पाता था, इस कारण उसका वेतन रोका गया था। दूसरे विकासखंड में पदस्थापना होने के उपरांत उक्त शिक्षक द्वारा प्रस्तुत चिकित्सा प्रमाण पत्र व आवेदन पत्र के आधार पर शिक्षक के अवकाश खाते में जितना अवकाश जमा था उतना ही विधिवत छुट्टी स्वीकृत कर उसे वेतन दिया गया है, इसमें किसी प्रकार का कोई नियम विरुद्ध कार्य नहीं किया गया है। तीसरा बिंदु यह कि साधराम राठिया शिक्षक माध्यमिक शाला कुर्मीभौना पिछले 3 वर्ष से विद्यालय नहीं जाता है फिर भी उसका वेतन आहरित कर दिया जाता है। उक्त तथ्य को पटेल ने असत्य करार दिया है। उन्होंने बताया कि उक्त शिक्षक को कई बार नोटिस जारी किया जा चुका है। उसके अनुपस्थित अवधि का वेतन रोका गया है, आहरित करने की बात झूठी है। चौथा प्रकरण यह कि समय लाल राठिया प्रधान पाठक माध्यमिक शाला ढोरम पिछले 3 साल से स्कूल नहीं जाता है। उक्त प्रधान पाठक की पोस्टिंग रायगढ़ विकासखंड में है घरघोड़ा विकासखंड से उसका आज तक कोई वेतन आहरित नहीं किया गया है।
मीडिया में लगे आरोपों पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी घरघोड़ा ने प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि ये सब फर्जी शिकायतें फर्जी नामो से भेजकर कुछ लोग कर रहे हैं। हमने घरघोड़ा ब्लॉक में शिक्षा व्यवस्था की सुदृढ़ता के लिए कसावट लाने लगातार दौरे किए और लापरवाह कर्मचारियों पर कार्यवाहियाँ की हैं। ऐसे में मुझ पर फिजूल के आरोप मढकर पेपरबाजी कर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है।
फर्जी नाम से शिकायत होने का
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी के विरुद्ध की गई शिकायत का शिकायतकर्ता कोई है ही नही। मतलब एक फर्जी नाम से शिकायत पत्र भेजकर उन मुद्दों को मीडिया में उछाल कर माहौल खराब किया जा रहा। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि यदि इस सम्बंध में जांच होती है तो शिकायतकर्ता बनकर कौन सामने आता है? क्योंकि सूत्र बताते हैं इस नाम का कोई व्यक्ति शहर में नही है ।
