



छात्रों का भविष्य संवारने के लिए शासन अनके तरीको से पढ़ाई करा रही है जब स्कूल खुलते है तो कोविड नियमों पालन करते हुए स्कूल खोले जाते है और जब कोरोना संक्रमण बढ़ता है तो ऑन लाइन क्लास लगाया जाता है उसके विपरीत एक शिक्षका द्वारा शासन के नियमों को ठेंगा दिखा रही हैं मामला प्राथमिक शाला पियाइदरहा ( पुसलदा ) का आया है जहाँ स्कूल में पदस्थ शिक्षिका संयुक्ता मनहर स्कूल काल समय में सप्ताह में 1 से 2 दिन ही स्कूल आती है जिसके कारण छात्रों की पढ़ाई नही होती है और स्वतंत्रता दिवस , गणतंत्र दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व में अनुपस्थित रहने का गंभीर आरोप छात्रों के साथ परिजनों द्वारा लगाया जा रहा है।
मामले को लेकर जब स्कूल के छात्र से हमारे संवादाता ने पूछा की मेडम जी आती है कि नही तो छात्र ने बताया की नही आती है और 15 अगस्त 26 जनवरी को भी नही आती है ।
स्कूल में खाना बनाने वाली समूह से बात किया तो उन्होंने बताया कि हप्ते में 1 या 2 दिन दोपहर 12 बजे आती है और सिर्फ खाना बनाने के लिए दबाव बनाती है और जल्दी चली जाती है ।
ग्रामीणों व परिजनों ने लापरवाह शिक्षिका पर कार्यवाही की मांग की है अब देखना होगा कि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा इस तरह से जिम्मेदार शिक्षिका द्वारा नदारद रह कर भारत के भविष्य बनने वाले छात्रों के साथ खिलवाड़ करने वाले गैर जिम्मेदार शिक्षिका पर विभाग कार्यवाही करती है ? या फिर यू मामले को आया राम गया राम करते है ।
शिक्षिका के गैरजिम्मेदाराना रवैये को लॉकर छात्रों के साथ परिजनों ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है । ग्रामीणों के बताए अनुसार उक्त शिक्षिका मुख्यालय में नही रहती है महीने में 2 , 4 बार आती भी है तो रायगढ़ से आना जाना करती है ।

