

अवैध वसूली का होगा भंडाफोड़ या आवास योजना में घपलेबाजों पर होगी कार्यवाही?


सरगुजा:- जिले का सीतापुर नगर पंचायत आज सुर्खियों का केंद्र बना हुआ है जहां महिला कॉंग्रेस की ब्लॉक अध्यक्ष एवं वार्ड क्र 4 की पार्षद मनीषा पणिकर ने राजस्व निरीक्षक गिरवर दास पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्व निरीक्षक अपने पद का दुरुपयोग कर नगर पंचायत को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं। पार्षद ने राजस्व निरीक्षक द्वारा पानी टैंकर के बदले बिना रसीद के वसूली गई राशि के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मेरे कहने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नगर पंचायत द्वारा तीन टैंकर पानी की व्यवस्था कराई गई थी। इसके बाद भी राजस्व निरीक्षक प्रति टैंकर तीन सौ रुपये के हिसाब से नौ सौ रुपये वसूल लिये। इसके बदले उनसे कई बार रसीद की मांग की गई पर उन्होंने न तो रसीद दिया और न ही टैंकर का किराया नगर पंचायत मद में जमा कराया।
वार्ड क्रमांक 7 के पार्षद राजेश कंदरा का कहना है कि कई वर्षों से राजस्व अधिकारी वसूली तो कर रही है लेकिन रसीद किसी को नहीं देते हैं। पार्षद का कहना है कि राजस्व अधिकारी बहुत लापरवाही कर रहा है इसको तत्काल यहां से हटाया जाए मेरे द्वारा इस बात को लेकर मंत्री जी को भी अवगत कराया गया था लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई 20 वर्षों से यहां पदस्थ है और नगर पंचायत को नाश कर दे रहा है।
पार्षदों के आरोप पर राजस्व अधिकारी गिरवर दास का कहना है कि नगर पंचायत सीतापुर में इंजीनियर की कमी होने के कारण उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का मौका निरीक्षण की जिम्मेदारी मिली हुई थी।
उनके द्वारा बताया गया कि वार्ड पार्षद मनीषा पनीकर पहले ही अपने पति राजू पनिकर के नाम से पुराने मकान पर ही पीएम आवास ले चुके है, उस समय मैं प्रभार पर नहीं था। ठीक उसी प्रकार से मनीषा पनीकर अपनी बेटी याशिका पनिकर के नाम से पैसा डालने के लिए दबाव बना रही थी जिसमें हस्ताक्षर करने से मैं इंकार कर दिया तो वह मुझ पर झूठा आरोप लगा रही है। वहीं राजेश कंदरा वार्ड क्रमांक 7 के पार्षद हैं उनका पीएम आवास बना है लेकिन एक आवास में 2 मद का पैसा निकाला गया है।। पहला अंत व्यासी योजना से संबंधित 2 लाख व दूसरा पीएम आवास के नाम से एक ही मकान है उसे दो बना दिया गया है जिसको लेकर हमने मौखिक रूप से उसे अलग अलग बनाने को कहा गया था तो उसने नहीं बनाया जिसको लेकर वह मुझ पर झूठा आरोप लगा रहा है।
“इस संबंध में सीएमओ एस के तिवारी ने बताया कि इस संबंध में पार्षद द्वारा की गई शिकायत प्राप्त हुई है। इस मामले की जांच हेतु तीन सदस्यीय टीम बनाया गया है। जो इस मामले की जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे जिसके आधार पर कार्रवाई की जायेगी।”
