
दीपक गुप्ता की खास रिपोर्ट
जिला मुख्यालय गौरेला पेंड्रा मरवाही के बॉर्डर ग्राम तेंदूखेड़ा में दबंगों का आतंक जारी है। जिला गठन होने के बावजूद भी राजस्व विभाग के निचले स्तर के अधिकारी एवं कर्मचारी दबंगों का हित साधन बने हुए हैं। ऐसे ही एक मामले में ग्राम पंचायत तेंदुमुडा में मिचूदास फेकन दास जोकि विगत तीन पीढी से भूमि खसरा नंबर 360 631 में झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं इसी से लगी भूमि 744/2 रामेश्वर मिश्रा परमेश्वर मिश्रा मोहन मिश्रा सीता राम के नाम में दर्ज है। इनके द्वारा दलित को बेदखल करने का प्रयास किया जा रहा है तथा मरवाही के राजस्व निरीक्षक पटवारी से सांठगांठ कर शासकीय भूमि को झूठा फर्जी सीमांकन प्रतिवेदन तैयार कर दलित को उसकी झोपड़ी से बेदखली कराने का आदेश कराने का प्रयास किया जा रहा है। दबंगों के प्रभाव में पटवारी एवं राजस्व निरीक्षक गरीब दालित को हटाने का कुषंडयत्र करते हुए शासकीय भूमि को निजी भूमि बताकर दलित गरीब को बेदखल करने का प्रयास किया जा रहा है जबकि शासकीय भूमि का जुर्माना फेकन दास मिचूदास वर्ष 1999-2016 तक पटाये है। शासकीय भूमि को हड़पने की साज़िश कर्ताओ में पटवारी राज्स्व निरीक्षक एवं तत्कालीन तहसीलदार की भूमिका है जो भूमि को निजी बताने में लगे हैं है ।