घरघोड़ा को औधोगिक क्षेत्र के नाम से जाना जाता है दो महारत्न की खदानों के साथ देश की बड़ी कंपनी स्थापित है इन कंपनियों के लिए जंगलों को काटने से नही चूक रहे है कंपनियों तक पहुँचने के लिए सड़के जंगल को काट कर आसानी से बना लिया जाता है , इसके बावजूद घरघोड़ा जनपद पंचायत से मजह 15 की दूर और एनटीपीसी से 6 से 7 किमी और एसईसीएल से 3 किमी दूर जंगलों के बीच हाँथी प्रभावित क्षेत्र ग्राम पंचायत चिमटापानी के आश्रित ग्राम कुरुंजखोल जो फॉरेस्ट विभाग की जर्जर सड़क से होकर जाना पड़ता है ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग के खाईनुमा सड़क मरम्मत के नाम पर पैसे निकलते है पर काम कुछ नही होता । कुछ समय पूर्व बावहनपाली में विधायक लालजीत सिंह राठिया कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की थी जिस पर विधायक ने मंच से वन विभाग को सड़क निर्माण के लिए निर्देशित किया गया था , परंतु वन विभाग के अधिकारी द्वारा बताए जानकारी अनुसार वन विभाग ने मरम्मत के लिए 20 हजार की रकम पास की गई । 6 किमी की सड़क 20 हजार में सम्भव नही है कही न कही लीपापोती किया गया है
आज भारी संख्या में कुरुनजखोल की महिलाएं सड़क निर्माण की मांग को लेकर घरघोड़ा मुख्यालय आई थी , जहाँ ग्रामीणों ने विधायक लालजीत सिंह , जिला कलेक्टर से पत्र के माध्यम से एसडीएम घरघोड़ा , उप वनमंडल घरघोड़ा, जनपद पंचायत को ज्ञापन सौंपा कर जल्द सड़क निर्माण की मांग की है, जिससे महतारी एक्सप्रेस ,108 ,112 का लाभ व आये दिन होने वाली दुर्घटनाओं से मुक्ति मिल सके..