एक मई को होगा फैसला, किसके हाँथ में होगी सत्ता की चाबी
जनता की समस्याओं से दूर 10 पार्षद , अधिकारी नदारद
घरघोड़ा – प्रदेश में सभी पार्टियां चुनावी मोड़ में आ गई है निकाय चुनाव में 3 साल तक अपनी अपनी रोटियां सेंकने के बाद कुछ महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी उपस्थिति दिखाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव का दौर चल रहा है । राजनीति में सब जायज है शह मात उठा पटक का खेल जोरो पर हो रहा है । घरघोडा नगर पंचायत का भी कुछ हाल यही है कुछ नेताओ ने 3 साल तक अपने अपने हिसाब से राजनीति किया , सत्ता का भी भोगविलास किया। 12 अप्रैल को अचानक ऐसा क्या हुआ कि अचानक से स्वंय के द्वारा चुने नेता पर से विश्वास उठ गया गया और अविश्वास प्रस्ताव लाने की नौबत आ गई । कही लेनदेन नही जमा या पद पवार की लालसा कुछ तो होगा जिसके कारण 3 साल से अधिक समय तक शांत चलने वाले नगर पंचायत ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की जरूरत पड़ गई । 12 अप्रैल से जनता का हाल बेहाल है न पार्षदों के दर्शन है और न ही अधिकारी काम कर रहे । पीने का पानी बिजली सफाई जैसे मूलभूत कार्यो को भी अधिकारी नही करा रहे है । चुने गए जनप्रतिनिधियों व अधिकारी के रवैये से जनता में आक्रोश व्याप्त हो गया है। जानकारी अनुसार एक मई 2023 को पार्षदों द्वारा लाये गए अविश्वास प्रस्ताव में बहुमत सिद्ध करना है किसके हाँथ में नगर की सत्ता चाबी ये तो नेताओ के लिए है । नगर के जनता की माने तो वर्तमान नगर अध्यक्ष शिशु सिन्हा को ही पद पर देखने की इच्छा जता रही है ।