केलो नदी मरीन ड्राइव रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे चक्रपथ में बोलेरो ड्राइवर ने उफनती हुई नदी में वाहन घुसा दी। उसके बाद नदी की तेज धाराओं के बीच वाहन फंस गई। ड्राइवर ने मुश्किल से अपनी जान बचाई। यह घटना चक्रधरनगर थाना क्षेत्र की है।
जानकारी के अनुसार संजू राठिया पिता परखित राठिया निवासी बैगापारा तमनार एसईसीएल कर्मचारी को तमनार से एसईसीएल ऑफिस बोलेरो (CG-13-UA-3344) से छोड़ने रायगढ़ आया था। वाहन चालक संजू केलो नदी के मरीन ड्राइव होते हुए एसईसीएल ऑफिस की ओर से सुबह करीब 11:00 बजे हेमू कॉलोनी चौक की ओर जा रहा था तभी रास्ते में पड़ने वाली केलो नदी बारिश की वजह से उफान पर थी। नदी का पानी चक्रपथ के ऊपर बह रहा था, ड्राइवर ने सोचा कि बोलेरो इतने पानी में आराम से सड़क के उस पार चली जायेगी। और ड्राइवर ने बोलेरो पानी में घुसा दिया लेकिन नदी की तेज धार के सामने बोलेरो की ताकत बेहद कमजोर साबित हुई। ड्राइवर ने बोलेरो को निकालने का भरकस प्रयास किया लेकिन पानी के बहाव के आगे वाहन बेबस हो गया। इंजन में पानी जाने के कारण वाहन बंद होकर नदी में तैरने लगा। बोलेरो नदी में बहने लगा और ड्राइवर को जान के लाले पड़ गए। तब उसने नदी में छलांग लगा कर अपनी जान बचाई। आज ड्राइवर की लापरवाही की वजह से वरना बड़ा हादसा हो सकता था लेकिन गनीमत रही कि चालक बाल-बाल बच गया।
सीएसपी दीपक मिश्रा ने संभाली कमान
घटना की सूचना मिलते ही सीएसपी दीपक मिश्रा व एसडीएम गगन शर्मा समेत पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंचे और जायजा लेने लगे। सीएसपी दीपक मिश्रा ने बेहद सक्रियता के साथ ट्रैफिक व घटनास्थल पर उमड़ी भीड़ को कंट्रोल किया। वाहन चालक को थाने भेज कर उसकी देखभाल की और तत्पश्चात सुरक्षा हेतु उसे मेडिकल के लिए भेजा। चूंकि इस मामले में ड्राइवर की लापरवाही स्पष्ट नजर आ रही है। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया की चालक नशे में था। मेडिकल रिपोर्ट में नशे की पुष्टि होती है तो चालक पर कानूनी कार्यवाही भी होगी। ताकि दूसरे लापरवाह लोगों को इससे सबक मिल सके। बता दें की दुर्घटनाग्रस्त वाहन बोलेरो का रजिस्ट्रेशन राजा राम बिश्वाल के नाम से है।
केलो नदी के ओवरब्रिज व शनि मंदिर की ओर से आने-जाने वाले लोगों ने पानी में तैरती हुई बोलेरो को देखा तो वहीं रुक कर वीडियो बनाने और फोटो खींचने में मशगूल हो गए, जिससे पुल के ऊपर व शनि मंदिर के पास वाहनों की लंबी कतार लग गयी। लोगों की उत्सुकता के कारण ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। सीएसपी दीपक मिश्रा के निर्देश पर ट्रैफिक अमला व पुलिस टीम ने ट्रैफिक क्लियर कराया और भीड़ को घटनास्थल से दूर रख सड़क पर बेरिगेट्स लगा कर जवानों को तैनात कर दिया।
दूसरी ओर सीएसपी दीपक मिश्रा ने नदी में फंसे बोलेरो को बाहर निकालने के लिए एसडीआरएफ को दमकल वाहन के साथ घटनास्थल पर बुलाया तो एसडीआरएफ टीम कुछ ही देर में नदी तट पर पहुँच गयी। सीनियर अफसर बी. कुजूर के नेतृत्व में टीम ने रेस्क्यू शुरू कर दिया। प्रशिक्षित जवान नदी में कूदे व कड़ी मशक्कत करते हुए दमकल वाहन पर ऑटोमेटिक लोडेड वायर से बोलेरो को बांधा और फिर बाहर निकालकर दम लिया। इस कार्य में एसडीआरएफ के जवान किशन साहू, लोकनाथ पटेल, सुमित केसरवानी, अनिल वैद्य, चेतन, संजय, समे सिंह, अरुण, मुन्ना व सीनियर अधिकारी बी. कुजूर की भूमिका उल्लेखनीय रही।