लूटपाट की नीयत से किये दोहरे जघन्य हत्याकांड के 5 आरोपियों को गिरफ्तार करने मिली बड़ी कामयाबी
कबाड़ के अवैध धंधा करने वाले स्वार्थ पूर्ति के लिए लोगो की जान लेने से भी गुरेज नही कर रहे ??
रायगढ़ – 20 मार्च को तमनार थाना क्षेत्र अंतर्गत पालीघाट के पास 2 अज्ञात शव मिलने से सनसनी फैल गई थी । शव लगभग 1 सप्ताह पुराने होने का अंदेशा जताया जा रहा था। जिसके कारण शव पूरी तरह से सड़ने के कारण बदबू आने लगी थी जो पुलिस के लिए शिनाख्ती से लेकर आरोपियों तक पहुँचना एक बड़ी चुनौती बनी हुई थी । थाना प्रभारी तमनार ने प्रथम दृष्टया हत्या संदेहास्पद होने पर सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की सूचना दी गई । अज्ञात शव – हत्या की आशंका के मामले को गंभीरता से चुनौती के रुप मे लेते हुए जिले के तेज तर्रार पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार के दिशानिर्देश पर एएसपी संजय महादेवा के मार्गदर्शन में तत्काल एसडीओपी खरसिया निमिषा पांडेय एसडीओपी दीपक मिश्रा के नेतृत्व में सायबर सेल व पुलिस की टीम का गठन करते हुए समय तय कर मामले में शव की शिनाख्त करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए । शव शिनाख्तगी के लिए आसपास के जिलों के अधिकारियों से संपर्क किया गया मृतकों के फोटो वीडियो साझा किया गया जिस पर मृतकों के परिजनों ने रायगढ़ हॉस्पिटल आकर शव की शिनाख्त की गई । जाँच में पता चला कि दोनों मृतक बालाजी ट्रांसपोर्ट में ड्राइविंग का काम करते थे । शिनाख्ती के बाद पुलिस के लिए बड़ी चुनौती मिले शव को हत्या जाँच में जुटी पुलिस का कातिलों तक पहुँचना था । घटना को अंजाम देने वाले कातिलों को पकड़ने के लिए एसएसपी सदानंद कुमार की मॉनीटिरिंग में एएसपी संजय महादेव के मार्गदर्शन में खरसिया एसडीओ निमिषा पांडे एसडीओपी दीपक मिश्रा के नेतृत्व में सायबर सेल को की टीम ने अपनी जाँच तेज करते हुए दोनों मृतक के ट्रांसपोर्ट से जानकारी जुटाई गई । दोनों मृतकों के आने जाने काम करने परिचितों गाड़ी में लगे जीपीएस सीसीटीवी फुटेज एक एक चीजे बारीकी से खंगालने का काम शुरु किया । जानकारी मिली कि दोनों मृतकों ने अपनी अपनी गाड़ियों में 12,13 मार्च को बड़बिल उड़ीसा से मोनेट का आयरन ओर लोड कर निकले थे । 15 को कंपनी से अनलोड कर निकले । दोनों जीपीएस ट्रैकर , सीसीटीवी फुटेज की जाँच पड़ताल की गई जिससे कलकत्ता ढाबा के लिए गए थे देर शाम दोनों का जीपीएस कट ऑफ हो गया था और मोबाइल बंद हो गए । मृतकों की गतिविधियों पर जाँच आगे बढ़ाते हुए मनोज साहू व अजय यादव जो मृतक के संपर्क में आये थे। फगुरम चौकी ग्राम देवरघट्टा से जब्त वाहनों में जानकारी जुटाई गई। इलाके का हिस्ट्रीशीटर बदमाश नंदू लहरे जय चंद साहू गाड़ियों के आसपास सक्रिय थे। दोनों मोबाइल बंद कर फरार पाए गए । जाँच में मनोज साहू और साल अजय साव को हिरासत में लेकर पूछताछ में पता चला कि मनोज साहू अजय साव की मृतकों से पूर्व पहचान थी । जुनैल खान निवासी रायगढ़ कबाड़ी का काम करता है आकाश कहरा जो मूलतः बिलासपुर ड्राइवरी काम करता है के साथ मिलकर मृतक के ट्रेलर को खपाने की योजना बनाई थे । कही न कही कबाड़ियों के काले धंधे में स्वार्थ सिद्धि के लिए किसी की हत्या करने से भी गुरेज नही कर रहे है । एसडीओपी निमिषा पांडेय , दीपक मिश्रा टीम के साथ दिन रात कड़ी मेहनत करते हुए कड़ियों से कड़ियों को जोड़ते हुए आरोपियों तक पहुचने में कामयाब रहे और वारदात को अंजाम देने वाले 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेज दिया गया वही फरार 3 आरोपियों की सरगर्मी से तलाश जारी है ।