डेस्क खबर खुलेआम
वित्त मंत्री ओपी चौधरी का भ्रस्टाचार पर वार – अनुशंसा पर किया गया कार्यवाही
भ्रष्टाचार की शिकायत सही पाए जाने पर मामले को गंभीरता से लेते हुए विधायक रायगढ़ एवम वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने शशिकांता पात्रे वर्तमान वरिष्ठ उप पंजीयक पाटन,उप पंजीयक सुशील देहारी वर्तमान वरिष्ठ उप पंजीयक धमतरी, मंजूषा मिश्रा वरिष्ठ उप पंजीयक रायपुर,को तत्काल निलंबित कर दिया।भ्रष्टाचार के खिलाफ सबसे बड़ी इस कार्यवाही से पूरे प्रदेश के सरकारी महकमों में हड़कंप मच गया। इसके पहले बिलासपुर के एक कोचिंग व्यवसाई की शिकायत पर कार्यवाही करते हुए विभागीय मंत्री ओपी ने जी एस टी विभाग के बिलासपुर संभाग क्रमांक -2 के संयुक्त आयुक्त दीपक गिरी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।विष्णु देव साय सरकार के सुशासन के नारे को सार्थक बनाने में जुटे ओपी चौधरी की इन बड़े अधियारियो पर कार्यवाही से भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों में हड़कंप की स्थिति है। आम जनता के मध्य सरकार के प्रति भ्रष्टाचार के विरुद्ध अच्छा संदेश प्रचारित हो रहा था। भूपेश सरकार के दौरान भ्रष्ट अधिकारियों को संरक्षण दिया जा रहा था और आज सरकार बदलते ही भ्रष्ट आचरण रखने वाले कर्मचारियों के खिलाफ शिद्दत से कार्यवाही की जा रही है। इसके पूर्व भी एस्टीमेट से पांच गुना 1.35 करोड़ के भुगतान किए जाने पर ओपी चौधरी ने डिप्टी कमिश्नर को सस्पेंड कर सरकार के नेक इरादे बता दिए कि भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर स्वीकार नही होगा।वाणिज्य कर पंजीयन विभाग के विभागीय मंत्री श्री ओपी चौधरी जी द्वारा अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए है कि आम जनता को सरकारी काम काज के दौरान किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए तथा किसी भी विभाग में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । विभाग के कुछ अधिकारी चुनिंदा लोगों के साथ मिलकर गलत पंजीयन कर भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए जिससे शासन को राजस्व की हानि हुई है ऐसे अधिकारियों के विरुद्ध निलंबन की कार्यवाही की गई है राज्य में सुशासन स्थापित करने जांच की कार्यवाही निरंतर चलती रहेगी भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाए जाने का कार्य जारी रहेगा जो भी अधिकारी कर्मचारी भ्रष्टाचार की गतिविधियों में संलिप्त पाए जाएंगे उन पर कठोर से कठोर कार्यवाही की जाएगी।