डेस्क खबर खुलेआम
प्रदीप ठाकुर जिला ब्यूरो जशपुर
जशपुर। जशपुर जिले के आस्ता के ढेंगनी गांव से निकली आदिवासी न्याय पदयात्रा में भारी संख्या में समुदाय के लोग बगिया में ज्ञापन सौंपने की आस में बंदरचुंवा पहुंचे थे परंतु प्रशासन द्वारा पांच किलोमीटर के दायरे में धारा 144 लगा देने की वजह से पदयात्रा में शामिल पांच लोगों के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात कर ज्ञापन सौंप कर अपनी बात रखी। इस मौके पर पदयात्रा में शामिल स्मृति रानी खलखो ने बताया कि जिम्मेदार जनप्रतिनिधि द्वाराहमारे आराध्य ईसा मसीह पर टिप्पणी किए जाने से पूरा समाज आहत है।
इस मामले में न्याय संगत कारवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन आंदोलन के बावजूद कारवाई नहीं होने से हम लोग शांति पूर्वक न्याय पदयात्रा निकालकर मुख्यमंत्री महोदय को ज्ञापन सौंप कारवाई की मांग किए है। बता दे कि बगिया स्थित सीएम हाउस में ज्ञापन सौंपने को अड़े पदयात्रा में शामिल लोगों को जगह जगह बैरिकेड लगाकर रोक दिया गया था,इस दौरान जशपुर विधायक रायमुनि भगत के विरोध में हजारों लोग नारे लगाते हुए नजर आए।
जिला प्रशासन में बगिया के पांच किलोमीटर के दायरे में 144 (BNSS की नई धारा 163) धारा लगाकर इसे तोड़ने वालों पर 188 की कारवाई का आदेश भी जारी किया था। इसके बावजूद भी यात्रा में शामिल पदयात्री बगिया पहुंचने अपनी पूरी शक्ति लगाते नजर आये जिसके कारण एनएच सड़क किनारे पुलिस प्रशासन मुस्तैदी से तैनात नजर आया। ज्ञापन सौंपने के दौरान उपस्थित ईसाई समाज के लोग जशपुर विधायक रायमुनी भगत पर FIR दर्ज करने की मांग पर अड़े हुए थे। अब देखना होगा कि जशपुर विधायक रायमुनि भगत के द्वारा ईसाइ समुदाय के आराध्य यीशु मसीह पर कथित तौर पर किए गए आपत्तिजनक बयान का मामला आगे क्या और कितना तुल पकड़ेगा।