

डेस्क खबर खुलेआम

16 फरवरी को बलरामपुर जिले में तमाम तरह के सरकारी योजनाओं और विकास के दावों के बीच एक ऐसी तस्वीर सामने निकल कर आई है जिसे देखकर सहज रूप से समझा जा सकता है कि विकास की वे कागजी दावे तो सिर्फ कहने कहाने को ही है क्यूंकि जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था झेलगी पर टिका है जी हां महतारी एक्सप्रेस तक ले जाने के लिए लोगों ने क्या जुगाड़ अपनाया आप भी इस वीडियो में देखिए वीडियो सोशल मीडिया पर अब जमकर वायरल हो रहा है और तमाम उन सरकारी योजनाएं और क्षेत्र में हुए विकास की हकीकत बयां कर रही है।
पूरा मामला विकासखंड बलरामपुर मुख्यालय से महज 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित शंकरपुर गांव का है जहां एक गर्भवती महिला को पेट में दर्द हुआ तो उसके परिजनों के द्वारा मितानिन को संपर्क किया गया तो मितानिन के द्वारा तत्काल महतारी एक्सप्रेस वाहन गर्भवती महिला को जिला अस्पताल ले जाने के लिए बुलाया गया महतारी एक्सप्रेस वाहन गांव में पहुंचा लेकिन दुर्भाग्य वस गर्भवती महिला सतनी कोढ़कू के घर तक सड़क नहीं होने से नहीं पहुंच पाया फिर मरीज के झहुवा में बिठाकर कांवर में लादकर एंबुलेंस तक लेकर पहुंचे।

जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है वीडियो में तमाम सरकारी योजना के साथ हो रहे विकास कार्य एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों के विकास कार्य का पोल खोल रही दी और तुम बुनियादी सुविधाओं को लेकर कई तरह के सवाल या निशान खड़े हो रहे हैं की आज भी लोगों को बुनियादी सुविधाओं के लिए तरसना पड़ रहा है आखिर क्यों। हालांकि समय पर अस्पताल पहुंचने से जच्चा बच्चा दोनों सुरक्षित है ।
कही न कही वीडियो विकास के खोखले कागजी दावो कि पोल खोलता नजर आ रहा है जबकि जमीनी हकीकत कि कहानी आम जनता को भुगतना पड़ी । ज़ब पुरे मामले में सम्बन्धित अधिकारी से सवाल पूछने पर कुछ बोलने से बचते नजर आए

