डेस्क खबर खुलेआम
सोलर सिंचाई पंप पर लगे मोटर निकाल कर ले गए विभागीय अधिकारी
राजू यादव की खास रिपोर्ट “
धरमजयगढ/रायगढ़ – छत्तीसगढ़ सरकार ने सोलर सिंचाई पंप लगाने के काम को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। कवायद ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और किसानों की आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से की गई है। सबसे ज्यादा सोलर पंप स्थापित करने और ऊर्जा संरक्षण के लिए छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण को राष्ट्रीय पुरस्कार में मिला है। छत्तीसगढ़ सरकार सोलर एनर्जी से कृषि के क्षेत्र में बड़े बदलाव लाने का प्रयास कर रही है।क्रेड़ा (CREDA) की तरफ से वनांचल गांवों में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सोलर पंप, सोलर विद्युत केंद्र, सोलर लाइट लगाए गए हैं। जो कि गांवों में महज दो तीन साल चलने बाद ठप्प पड़ गया है। जिससे गांव के किसान सोलर पंप से सिंचाई का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं।
हम बात कर रहे हैं, धरमजयगढ विकासखण्ड के ग्राम पंचायत कुमा के इंचपारा गांव का जहां पर क्रेडा विभाग द्वारा सौर सामुदायिक सिंचाई पंप स्थापित किया गया था। जिसका कुल सिंचाई क्षमता 47.87 हेक्टेयर भूमि पर होना है। जिसमें कुल कृषक संख्या 33 शामिल हैं। लेकिन वहीं आज सिंचाई व्यवस्था ठप्प पड़ गई। स्थापित की गई, उपकरणों पर जंक लग रही है। इसके संबंध में जानकारी के लिए गांव के किसानों से पुछा गया,तो उन्होंने बताया कि इस सोलर सिंचाई सिस्टम का लाभ महज दो तीन साल ही मिल सका,उसके बाद कोई मतलब नहीं है,आगे उन्होंने कहा कि यहां पर लगे सोलर मोटर पंप को बिलासपुर के कुछ सोलर विभाग के अधिकारी लोग ले गये। और बताकर गये,कि इसको सुधारने के लिए ले जा रहे हैं, बहुत जल्द लाकर लगा दिया जायेगा। लेकिन आज तक झांकने तक नहीं पहुंचे हैं। जिससे हमें रबी फसल में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आगे उन्होंने कहा जब से सोलर सिंचाई सिस्टम से सिंचाई कर फसल उत्पादन कर रहे थे,तब अच्छी फसलें एवं आमदनी कमा पा रहे थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो पा रहा। हमने अभी सभी किसान मिलकर राशि जुटा कर जेसीबी मशीन के माध्यम से नदी में मेड़ लगा कर पानी को रोककर वहां से नहर निकाल कर खेतों में सिंचाई कर रहे हैं।जो हमे हर वर्ष इसी तरह खर्चा करना पड़ रहा है,तब जाकर कहीं ग्रीष्म कालीन खेती कर पा रहे हैं।
लेकिन वहीं सवाल उठना लाजिमी है, कि राज्य सरकार के कृषि विभाग व क्रीडा की ओर से रियाते दरों पर किसानों को सोलर सिंचाई पंप प्रदान किए जाते हैं ऐसे अनेकों गांव का खेत खलिहान में सोलर पंप लगाने में प्राथमिकता दी जा रही है या बिजली पहुंच पाना संभव नहीं है सुदूर वनांचल क्षेत्र के किसानों के लिए सर्व सुजला योजना वरदान साबित हो रही है। लेकिन वहीं दूसरी तरफ विभाग के कुछ अधिकारी कर्मचारी के लापरवाही से कई किसानों को इसके लाभ नहीं मिल पा रही है।
इसके संबंध में हमने संबंधित क्रेडा के विभागीय अधिकारियों से जानकारी चाही तो उन्होंने कहा कि मोटर पंप खराब हो गई थी।जिसे सुधार करने के लिए निकाली गई थी।एक मोटर पंप सुधार हो गया है, दो तीन दिन में लगा कर चालू कर दिए जाएंगे।