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दिनांक 11 नवंबर 2024रायगढ़ जिला के धरमजयगढ़ विकासखंड अंतर्गत छाल तहसील घेराव की अल्टीमेटम कई दिनों पहले ही ग्रामीणों द्वारा दे दी गई थी,और कहा गया था कि अगर कोई ठोस कदम नहीं उठाती है शासन प्रशासन तो 11 नवंबर को छाल तहसील एवं वन विभाग की घेराव करेंगे। जिला के कई ब्लॉक के लोग एकजुट होकर छाल के घरघोड़ा चौक से रैली निकाल कर घेराव के लिए निकले हजारों की संख्या रही तब तहसील कार्यालय के सामने पहुंच कर नारे बाजी करते हुए सभी गांव से पहुंचे ग्रामीणों ने अपनी क्षेत्र की विभिन्न ज्वलंत समस्याओं को लेकर घेराव किया। साथ की छाल थाना प्रभारी के खिलाप आवेदन पुलिस अधीक्षक के नाम से दुर्व्यवहार की लेकर तत्काल छाल थाना से कार्य मुक्त करने की पत्र भी दिया गया है।
जंगली हाथियों से हो रहे फसलों के नुकसान पर राज्य सरकार के द्वारा तय किया गया फसल मूल्य के राशि किसानों को प्रदान किया जाये।- जंगली हाथियों से जन-हानि पर 50 लाख रूपये एवं परिवार के किसी एक को नौकरी प्रदान किया जाए।- जंगली हाथियों को सुरक्षित रखने हेतु काल उचित कदम अया जाए, ताकि ग्रामीण एवं हाथियों को किसी प्रकार की छती ना हो।- खरसिया से धरमजयगढ़ सड़क मार्ग को तत्काल बजाय, ताकि लोगों को गंभीर बिमारियों से बचा जा सके।- एडू से छाल एसईसीएल से कोयला लोड लेने वाली वाहनों को मुख्य मार्ग में खड़े कर मार्ग को बाधित कर दिया जाता है, जिससे आए दिन दुर्घटनाएँ होती रहती है जिस पर तत्काल कार्यवाही किया जाए।- धरमजयगढ़ वन मंडल में कई किसानों को फसल नुकसान का प्रदान नहीं किया गया जिसे तत्काल दिया जाए।- रायगढ़ जिला अन्तर्गत धर्मजयगढ़/खरसिया अनुसूचित क्षेत्र में आता है जहाँ बिना ग्राम सभा के अनुमति से कारखाना उद्योग कोयला खदाने खोले जा रहे हैं जिस पर तात्काल रोक लगायी जाए।- खरसिया ब्लॉक के बर्रा जाेबी क्षेत्र में भी कोयला खदान खोला जा रहा है जिसे क्षेत्र के कई ग्रामीण किसान प्रभावित होगे जिस पर तत्काल रोक लगायी जाए।- धरमजयगढ़ क्षेत्र के पुरूंगा, दुर्गापुर, शेरबंद बायसी में भी कोयला है जिस पर तत्काल रोक लगाए खोला जा रहा है उसे तत्काल रोक लगाई जाए।- किसानों का पूर्व से काबिज शासकीय भूमि पर किसानों द्वारा अपने जीवन फसल को हाथियों द्वारा नुकसान पहुंचाए जाने पर उसका उचित मुआवजा राशि प्रदान किया जावे।- किसानों द्वारा पूर्व से काबिज भूमिका उन्हें भू-स्वामी मालिकाना हक पट्टा प्रदान किया जाये।
गाँव से लगे हुए जितने भी पलाईएस उद्योग है एवं गाँव से बाहर कम से कम 05 किमी की दूरी में शिफ्ट किया।- छाल क्षेत्र के लोगों को जो कुछ भी कार्य से तहसील/एसडीएम कार्यालय धरमजयगढ़ जाते हैं तो उनका कार्य दोपहर 03 बजे से पूर्व कर दिया जावे, चूंकि हाथी प्रभावित क्षेत्र होने के कारण लोगों को आने में जान का जोखिम बना रहता है ।- छाल तहसील बने 03 वर्ष हो गए परन्तु अभी तक छाल नोटरी व स्टाम्प वेंडर की व्यवस्था नहीं है जिसकी तत्काल व्यवस्था किया जावे ।- छाल धरमजयगढ़ में जितने भी राजस्व प्रकरण हैं उसकी तत्काल निराकरण किया जावे तथा आरबीसी 64 के अंतर्गत मकान क्षति, पशु क्षति, प्राकृतिक आपदा से होने वाले सभी प्रकरणों का निपटारा एक सप्ताह के भीतर किया जावे।- किसानों का पूर्व से काबिज शासकीय जमीन को भू माफियाओं द्वारा किये गए अवैध कब्जा को खाली कराकर लगे फसलों को जप्ती की कार्यवाही कर किसान को वापस किया जाये।- छाल तहसील अन्तर्गत शासकीय मद की भूमि को अवैध रूप से कब्जा कर मकान बना लिया गया है, तथा धड़ल्ले से निर्माण कार्य कराया जा रहा है उन सभी को बेदखली कराकर शासकीय भूमि को सुरक्षित रखा जाए। – हाथी प्रभावित क्षेत्रों में सोलर स्ट्रीट लाईट एवं लोगों को टॉर्च वितरण किया जाये।- अनू जाति. अनु. जन जाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों का जाति, निवास 24 घण्टे में भीतर जांच कर तत्काल बनाया जाये।- एसईसीएल सीएसआर मद के राशि को जो कि क्षेत्र के विकास के लिये होता है उसे प्रभावित क्षेत्र में ही खर्च उपयोग किया जावे।- छाल क्षेत्र के बच्चों के लिये सीएसआर मद से प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे कि व्यापम आदि के लिये कोचिंग सेन्टर की व्यवस्था किया जावे।- प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र छाल को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बनाया जाये।- भू-अर्जन के तहत एसईसीएल रायगढ़ क्षेत्र एवं अन्य क्षेत्रों में जिन भू स्वामियों के आश्रितों को नौकरी दिया गया था। उनको लम्बी अनुपस्थिति के कारण बता कर नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है उनको तत्काल बहाल किया जाए।- एसईसीएल मुख्यालय बिलासपुर के द्वारा गेवरा, दीपका एवं कुसमुण्डा क्षेत्र के पुनर्वास नीति के तहत लिए गए निर्णय के अनुसार रायगढ़ क्षेत्र को भी 20 लाख रूपये राशि भुगतान किया जाये एवं एसईसीएल मुख्यालय के द्वारा लिये गये पुनर्वास नीति के तहत अन्य लाभ भी दिया जाए।- गोदावरी एनर्जी कंपनी द्वारा 2014 में नवापारा, बोजिया, चितापाली, कटाईपाली की लगभग 900 एकड़ जमीन अधिग्रहण किया गया एवं आज पर्यन्त तक और ना ही रोजगार, पुनर्वास का सुविधा दिया गया है।भौतिक कब्जा नहीं किया गया है। उक्त भूमि को संबंधित किसान को वापस दी जाए।- पमेश्वर सिंह राठिया पिता श्री मंगतू राम राठिया साकिन छाल तहसील छाल जिला रायगढ़ नीजी जमीन को बिना सहमति के एस.ई.सी.एल. प्रबंधक श्री सोमरा लोमगा के द्वारा जमीन हड़पने के नीयत से मिट्टी ढम करा दिया गया। जिसकी सूचना थाना छाल में दिनांक 15/04/2023 को दिया गया था। जिसकी कार्यवाही आज तक नहीं हुई। अतः सोमरा लोमगा के ऊपर कानूनी कार्यवाही किया जाए।।- एसईसीएल अंतर्गत जितने भी कंपनी कार्यरत् है उसमें क्षेत्रीय बेरोजगार युवकों को व्ही.टी.सी. कराकर रोजगार प्रदान किया जावे – साथ ही कई गंभीर समस्याओं को उच्च अधिकारियों के संज्ञान में कई वक्ताओं ने बारी बारी से रखे, मौजूद अधिकारियों शांति से ग्रामीणों की समस्या को सुनते रहे, कार्यक्रम में हजारों की संख्या में जिले भर से पीड़ित किसान महिला मौजूद रहे – जनक राम राठिया (संरक्षक) चंद्रमणि राठिया RKVS अध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष महेन्द्र सिदार सुलोचना राठिया ब्लॉक अध्यक्ष घरघोड़ा, राजेश मरकाम, भगत राठिया, रमेश राठिया, दिगम्बर राठिया, भाकुलाल राठिया, संतराम खूंटे, चैतू राम साहू संभागीय उपाध्यक्ष (ओबीसी) सुखलाल राठिया, जेठसिंह धनवार, गोपीराम राठिया, किशन राठिया जगत राम पतिराम पवन राठिया घासिया राम दिलेश्वर उदय राम राठिया, चनेश राम राठिया मिलन, रमेश्वर कोकदार- छतंरसिंह , रामअवतार , खीरसाय, गोवर्धन, जयराम ,संभू राम, जगेश्वर, तीजराम, राजेन्द्रर, जगदीश महिला निर्मला बाई, जयंती बाई, पवित्राबाई, रत्नाबाई, लक्ष्मीबाई, बुंदकुवंर बाई, रामेश्वरीबाई- चरण सिंह राठिया, रवि राम राठिया, हंसा राम राठिया, बनवारी लाल ,चमार सिंह राठिया, सुरेन्द्र राठिया, जेठूराम राठिया, मनोहर सिदार, रमेश बघेल, नारद राठिया, नेतराम राठिया, तोप राठिया, कुमारसिंह राठिया, प्रताप सिंह राठिया, एवं हजारों की संख्या में पीड़ित ग्रामीण किसान, समेत गोड़वाना गणतंत्र पार्टी के नेताओं कार्यकर्ताओं, परमेश्वर राठिया (ब्लॉक अध्यक्ष), ए एल पोर्ते,(पूर्व जिला अध्यक्ष) छबीलो यादव, दर्शन एवं सिंह जगत, शौकीलाल नेताम, जयसिंह मरावी, बीरबल कमलवंशी, समेत हजारों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।।