डेस्क खबर खुलेआम
1.छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े महाठग शिवा मामले में 3 आरोपियों को उच्च न्यायालय से राहत ।2.मामले में पुलिस विभाग की विवेचना कटघरे में ।3.लोगो का मानना मामले की कार्यवाही में रिमोट कंट्रोल किसी और के हाथ में । 4. उक्त मामले में पुलिस की भूमिका शुरू से ही संदिग्ध ।सरसींवा । थाना सरसींवा से प्राप्त जानकारी अनुसार छत्तीसगढ़ प्रदेश के सबसे बड़े हाईप्रोफाइल व बहुचर्चित मामलें में महाठग शिवा साहू की गर्लफ्रैंड ऋतु साहू पिता चंद्रहास साहू टाटा निवासी को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है । सरसींवा थाने अंतर्गत ग्राम रायकोना के महाठग शिवा साहू,एवं साथियों द्वारा शेयर मार्केट और क्रीप्टो में पैसा इन्वेस्ट का झांसा देकर लोगों से रुपये लेकर उनका पैसा डबल करने का खेल किसी से छिपा नही है । जहाँ महाठग शिवा ने लोगों से लिये करोड़ो रुपयों से चंद महीनों में अकूत सम्पत्ति बना ली । जहाँ इस ठग ने अपने साथ अपने दोस्त यार,माता पिता और गर्लफ्रैंड के नाम पर गाड़िया,घर और जमीने खरीदी थी । जिसमें अभी भी बहुत से नाम और सम्पत्तियों की जानकारी विभाग नहीं जुटा पाई है । अगर विभाग बारिकी से जांच करती तो इस मामले में और भी बहुत से नाम उजागर हो सकते थे,जो अभी बाहर बैठे मलाई खा रहे हैं । जहाँ शिवा के नगद राशि के ठिकाने का रहस्य अभी तक उजागर नही हो पाया है । जानकर मानते है कि इस महाठग ने अपने अंदर बहुत से राज दफन कर रखा है और सभी को गुमराह कर रहा है ।जहाँ थाना सरसींवा में अब तक 2 दर्जन से ऊपर ठगी की शिकायतें पहुंची हुई है । थाने में पहुंचे अन्य आवेदनों पर ठग शिवा के साथी और बीजेपी के कुछ नेता समझौता कराने की जद्दोजहद में लगे हैं और संरक्षण के प्रयास में है । गौरतलब है कि उक्त मामले में महाठग की प्रेमिका का शुरू से ही नाम था पर इतने महीने बीत जाने पश्चात भी पुलिस ने इस तथाकथित गर्लफ्रैंड कुमारी ऋतू साहू पर किसी प्रकार की कार्यवाही नही की थी । अभी उक्त प्रकरण के कुछ आरोपियों के जमानत के तुरंत पश्चात महाठग की गर्लफ्रैंड की अचानक गिरफ्तारी अनेको शनदेह- को जन्म दे रही है । जिसने पूरे मामले में शक की सुई पुलिस विभाग की ओर घुमा दी है । ज्ञातव्य – हो कि 23 जुलाई को माननीय हाईकोर्ट ने ठगी के मामले में महाठग शिवा के 3 आरोपी साथी मिथलेश साहू,संजय साहू और पिता टीकाराम साहू को राहत देते हुए जमानत दे दी है । जहाँ अब लोगों द्वारा मुख्य आरोपी महाठग शिवा और उसके अन्य साथियों के जल्द जमानत होने के कयास लगाए जा रहे है। जहाँ आरोपियों के जल्द हो रहे ज़मानत ने पुलिस विभाग की समस्त विवेचना को कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है । दरअसल उक्त मामले में पुलिस की भूमिका शुरू से ही संदिग्ध रही है। । जिसके कारण दो पुलिस अधिकारियों का जिला से टार्षफर भी हो चुका है ।जिससे मामले में हो रही समस्त कार्यवाहियों पर लोगों को आशंका है कि विभाग द्वारा सबकुछ योजनाबद्ध तरीके से निपटाया जा रहा है । वही लोगो का कहना है कि समस्त मामले में पूरा रिमोट कंट्रोल किसी और के हाथ में है जो पर्दे के पीछे से सारा खेल खेल रहा है और सांठ गांठ कर आरोपियों को संरक्षण दे रहा है।