



डेस्क खबर खुलेआम
गणेश भोय
जशपुर पुलिस के साइबर सेल के द्वारा आईडीएफसी बैंक के पत्थलगांव शाखा में एक म्यूल अकाउंट क्रमांक 10170772636 को जिससे कि देश के विभिन्न लोगों से अवैध रूप से ठगी की रकम की ट्रांजेक्शन की गई थी, को चिन्हित कर,पत्थलगांव पुलिस को जांच विवेचना व कार्यवाही हेतु भेजा गया था। जिस पर पुलिस के द्वारा मामले में बी एन एस की धारा 317(2)(4),318(4),61(2)(a) के तहत अपराध पंजीबद्ध करते हुए जांच विवेचना में लिया गया था।
➡️ जांच के दौरान पुलिस ने जब उक्त संदेही म्यूल अकाउंट के खाताधारक के संबंध में, बैंक से जानकारी ली तो पता चला कि, उक्त खाता, ग्राम कापू, जिला रायगढ़ निवासी एक व्यवसायिक महिला यशोदा कुर्रे का है, जो कि कापू में ही, कुर्रे कंप्यूटर्स के नाम से फोटो कॉपी, व स्टेशनरी दुकान चलाती है,। पुलिस के द्वारा जब उक्त व्यावसायिक महिला से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि, वह उसका आईडीएफसी बैंक पत्थलगांव में चालू खाता क्रमांक 10170772636 है, जिसमें वह व्यावसायिक लेन देन करती है। दिसम्बर 2024 में, रामपुर कोरबा निवासी, फिरोज खान, जो कि अपने आप को मानवाधिकार कार्यकर्ता बताता था, उसके दुकान में आने जाने से, उसका जान पहचान हो गया था, इसी दौरान एक दिन आरोपी फिरोज खान के द्वारा, व्यवसायी महिला यशोदा कुर्रे को बोला गया कि, मेरे खाते में अत्यधिक ट्रांजेक्शन हो जाने से, उसका खाता होल्ड हो गया है, उसके विभाग से पैसा आने वाला है, जो कि खाता होल्ड होने के कारण नहीं आ पा रहा है, पैसा मंगवाने के लिए खाते की आवश्यकता है , कहकर यशोदा कुर्रे को झांसे में लेते हुए, उसका खाता नंबर व खाते से लिंक मोबाइल सिम को ले लिया गया, और मोबाइल सिम को वापस मांगने पर सिम गुम हो जाना बताया, तब यशोदा कुर्रे के द्वारा, नया मोबाइल सिम लेकर पुनः पुराने मोबाइल नंबर को चालू कराया गया, व आई डी एफ सी बैंक पत्थलगांव जाकर अपने खाते की जांच कराने पर पता चला कि आरोपी फिरोज खान के द्वारा उसके खाते व मोबाइल नंबर का दुरपयोग करते हुए , अवैध रूप से ठगी के लाखों रुपए का ट्रांजेक्शन किया गया है। पुलिस के द्वारा मामले में कार्यवाही करते हुए पूर्व में ही आरोपी फिरोज खान को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। जांच के दौरान पुलिस के द्वारा मामले में अन्य व्यक्तियों की भी संलिप्तता पाई गई थी, पूर्व में गिरफ्तार आरोपी फिरोज खान की निशानदेही पर पुलिस ने मामले में एक अन्यआरोपी गौस खान उर्फ बाबा खान को भी चिन्हित कर लिया था। जो कि फरार था, पुलिस के द्वारा लगातार पता साजी की जा रही थी। इसी दौरान पुलिस को टेक्निकल टीम व मुखबिर से पता चला कि मामले का फरार आरोपी गौस उर्फ बाबा खान, शक्ति में अपने गृह ग्राम में आया हुआ है , जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह के दिशा निर्देश पर तत्काल पुलिस टीम के द्वारा शक्ति से, आरोपी गौस उर्फ बाबा खान को हिरासत में लेकर वापस लाया गया। पुलिस की पूछताछ पर आरोपी गौस उर्फ बाबा खान ने बताया कि वह 2024 में बिलासपुर के एक पैथोलॉजी लैब में, लैब टेक्निशन का काम करता था, इसी दौरान उसका परिचय एक जितेन्द्र पांडे नाम के व्यक्ति से हुआ, जिसने बताया कि वह रायपुर में एक व्यक्ति को जानता है, जिसके द्वारा अवैध रूप से रुपए का ट्रांजेक्शन कराया जाता है, जिसके लिए एक बैंक खाता व खाता से लिंक मोबाइल नंबर की आवश्यकता है, उसे यदि बैंक खाता व मोबाइल से लिंक मोबाइल नंबर उपलब्ध कराने पर उसके द्वारा जो भी ट्रांजैक्शन कराया जायेगा, उसमें हर ट्रांजेक्शन पर एक नियत राशि हिस्सा के रूप में मिलेगी, जिस पर आरोपी गौस उर्फ बाबा खान के द्वारा, पूर्व में गिरफ्तार अपने साथी आरोपी फिरोज खान के साथ मिलकर, कापू जिला रायगढ़ निवासी व्यवसाई महिला को झांसे में लेकर उसका बैंक खाता व खाता से लिंक मोबाइल नंबर को उनके द्वारा ले लिया गया था, व उक्त खाते से अवैध रूप से ठगी की रकम का ट्रांजेक्शन किया जाता था। उक्त खाते से जो अवैध ट्रांजेक्शन हुए थे, उसके एवज में उसे 50000रु मिले थे, जिसे कि उसके द्वारा खर्च कर दिया गया है। पुलिस के द्वारा आरोपी गौस उर्फ बाबा खान के कब्जे से एक मोबाइल फोन , सिम व पेन कार्ड को जप्त कर लिया गया है। मामले में पुलिस की जांच जारी है, शीघ्र ही मामले में संलिप्त अन्य आरोपियों को भी पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर लिया जायेगा। पूछताछ पर आरोपी गौस उर्फ बाबा खान के द्वारा अपराध स्वीकार करने व प्रयाप्त अपराध सबूत पाए जाने पर, उसे विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।


