रायगढ़ जिले में शासन-प्रशासन के तमाम कवायदों के बावजूद क्षेत्र के निजी उद्योग समूहों की मनमानी रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। कई उद्योगों के द्वारा नियम कानूनों को ताक पर रखकर अवैध गतिविधियों को अंजाम देने के मामले लगातार सामने आते रहते हैं। हालांकि, ऐसी गतिविधियों पर प्रशासन के द्वारा कार्रवाई के दावे किए जाते हैं, लेकिन इस के बाद भी उद्योगों की दबंगई सर चढ़ कर बोल रही है।
जिले के छाल क्षेत्र में एक ऐसा ही ताजा मामला सामने आया है। जिसमें एक निजी उद्योग से उत्सर्जित फ्लाई एश को स्कूल के पास डंप कर दिया गया है। स्कूल के पास किए गए इस फ्लाई एश के कारण बच्चों सहित अन्य लोगों व मवेशियों पर खतरा बना हुआ है। रविवार को इस राख के ढेर में एक मवेशी के फंस जाने की घटना सामने आई। गनीमत रही कि फ्लाई एश के ढेर में धंस चुके मवेशी को सुरक्षित निकाल लिया गया। इस तरह औद्योगिक राख का यह ढेर किसी के लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है। इस मामले के बारे में मिली अधिक जानकारी के मुताबिक कथित तौर पर टीआरएन मोनेट कंपनी से उत्सर्जित फ्लाईएस का अवैध निपटान छाल नवापारा के बीच न्यू विवेकानंद कान्वेंट स्कूल के पास किया गया है। इस मामले में नियम को दरकिनार कर किए गए इस फ्लाईएस डंपिंग से आस पास के खेतिहर भूमि में राख के रिसाव होने से खेतों की फसलें बर्बाद हो रही हैं। इसके साथ ही संबंधित कम्पनी से निकली इस राख को अवैध तरीके से डम्प कर खुला छोड़ दिये जाने का परिणाम क्षेत्र के किसानों के साथ बेजुबान जानवर झेल रहे हैं।