

डेस्क खबर खुलेआम

जशपुर – त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कांग्रेस ने जशपुर में शानदार प्रदर्शन करते हुए ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। खास बात यह रही कि भाजपा को अपने ही गढ़ जशपुर विधानसभा में करारी हार का सामना करना पड़ा, जिससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। डीडीसी चुनाव में स्वेता विनय भगत ने रचा इतिहास
इस चुनाव का सबसे चर्चित और रोचक मुकाबला जिला पंचायत सदस्य (डीडीसी) क्षेत्र क्रमांक 5 में हुआ, जहां कांग्रेस प्रत्याशी स्वेता विनय भगत ने भाजपा की दिग्गज महिला नेत्री को हराकर नया रिकॉर्ड बनाया।

स्वेता भगत, पूर्व विधायक विनय भगत की धर्मपत्नी हैं, और उनकी इस जीत का श्रेय विनय भगत के पिछले कार्यकाल में किए गए विकास कार्यों और उनके मजबूत नेतृत्व को दिया जा रहा है।
भाजपा के लिए खतरे की घंटी ?
कांग्रेस की इस जीत के बाद राजनीतिक विश्लेषक मान रहे हैं कि वर्तमान भाजपा विधायक रायमुनि भगत की जनता में पकड़ कमजोर हो रही है। भाजपा के कई गढ़ कांग्रेस के पक्ष में जाते दिख रहे हैं, जिससे पार्टी के लिए खतरे की घंटी बज चुकी है।
जशपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल
इस जीत के साथ कांग्रेस ने वर्षों बाद इस क्षेत्र में अपना डीडीसी सदस्य बनाया, जिससे कार्यकर्ताओं में जबरदस्त जोश और ऊर्जा का संचार हुआ है। पूरे जशपुर में कांग्रेस समर्थक जीत का जश्न मना रहे हैं, और इसे पार्टी के लिए नए युग की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।
भाजपा को बड़ा झटका, बदलेगा सियासी समीकरण?
इस चुनाव में भाजपा को तगड़ा झटका लगा है, क्योंकि पार्टी के कई मजबूत गढ़ कांग्रेस के पक्ष में चले गए हैं। जशपुर जिले, खासकर जशपुर विधानसभा की राजनीति में इस जीत को कांग्रेस की बढ़ती पकड़ और जनता के बदले हुए मूड का संकेत माना जा रहा है।
अब बड़ा सवाल यह है कि क्या इस जीत के बाद जशपुर की राजनीति में नए समीकरण बनेंगे? क्या भाजपा अपनी रणनीति बदलेगी या कांग्रेस अपनी पकड़ और मजबूत करेगी? यह आने वाला समय बताएगा।

