

डेस्क खबर खुलेआम
गणेश भोय जिला ब्यूरो जिला जशपुर
तमता। छत्तीसगढ़ में सहकारी समिति कर्मचारी संघ की अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण धान खरीदी पर संकट मंडरा रहा है।वही 15 नवंबर से प्रदेश में शुरू होने वाली धान खरीदी के लिए कर्मचारी संघ ने अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल शुरू कर दी है, जिससे प्रदेश की कई सहकारी समितियों में कामकाज ठप हो गया है l वही तमता छेत्र के किसान अपना अपना धान कटाई मिसाइ में जुटे हुए हैं और मंडी खुलने का इंतजार कर रहे हैं l सरगुजा संभाग के कार्यकारी अध्यक्ष अजय साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ सहकारी समिति कर्मचारी संघ आह्नान पर अनिश्चित कालीन आंदोलन संभाग स्तरीय जारी है l सरकार हमारी चार सूत्रीय मांगों को अगर पूरा नहीं करती है तो हमारे द्वारा धान खरीदी का बहिष्कार करते हुए हड़ताल जारी रहेगा जिसमें पहला मांग यह है वेतन विसंगति दूर करना कर्मचारियों के वेतन में व्याप्त असमानताओं को दूर कर उचित वेतनमान लागू किया जाए। दूसरी मांग नियमितीकरण,संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों को नियमित किया जाए।तीसरी मांग,पदोन्नति नीति लागू करना कर्मचारियों के लिए स्पष्ट पदोन्नति नीति लागू की जाए।चौथी मांग,सेवानिवृत्ति लाभों में सुधार कर्मचारियों को बेहतर सेवानिवृत्ति लाभ प्रदान किए जाएं।इसके अलावा, कुछ अन्य मांगें भी हैं, जैसे कि धान खरीदी में 3% सुखत (धान के वजन में नमी के कारण कमी) को मान्य करना, मध्य प्रदेश की तर्ज पर सहकारी समितियों को प्रबंधकीय अनुदान देना, और संविदा ऑपरेटरों को नियमित करने की मांग संभाग स्तरीय कर रहे हैं वही इस आंदोलन के कारण धान खरीदी प्रक्रिया प्रभावित हो रही है केंद्रों में ताला लगने से किसानों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता और सहकारी समितियों में कामकाज ठप जहां 3 दिन बाद केंद्रों में धान खरीदी शुरू होने वाली है और केंद्रों में अभी तक साफ सफाई ना ही भवनों की रंग रोगन एवं किसी प्रकार की अभी तक तैयारी नहीं की गई है। वही कर्मचारी संघ ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे काम पर नहीं लौटेंगे। सरकार ने अभी तक इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है












