डेस्क खबर खुलेआम
हिरालाल राठिया
नारायणपुर में एनकाउंटर के बाद जवानों ने ध्वस्त किया नक्सलियों का अस्थाई कैंप, बरामद हुए ये सामान –
नक्सलियों के इस कैंप से जवानों ने बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामान, दैनिक सामान और कंप्यूटर, प्रिंटर समेत जेसीबी मशीन को भी जब्त किया है. हालांकि, नक्सली इस जेसीबी मशीन को जंगलों के अंदर कैसे लेकर आए इसको लेकर अभी भी संशय बना हुआ है. इस जंगल से नारायणपुर मुख्यालय तक जेसीबी मशीन को लाना संभव नहीं हो पा रहा है. बताया जा रहा है कि नक्सली इस एरिया को सेफ जोन मानते हुए इसे अपना सुरक्षित ठिकाना बनाने के फिराक में थे, लेकिन जवानों ने नक्सलियों के इस नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया ।
बस्तर आईजी सुंदरराज पी से मिली जानकारी के मुताबिक इलाके में 60 से 70 नक्सली मौजूद थे, लेकिन मुठभेड़ के दौरान 10 नक्सली मारे गए बाकी सभी नक्सली भागने में कामयाब हो गए. बताया जा रहा है कि जवानों ने नक्सलियों का देर शाम तक पीछा किया, लेकिन नक्सली महाराष्ट्र बॉर्डर की ओर भाग निकले.
इसके बाद जवानों ने नक्सलियों का अस्थाई कैंप ध्वस्त किया और बड़ी मात्रा में नक्सलियों का सामान बरामद किया है. इसमें सबसे ज्यादा नक्सलियों का रसद सामान और विस्फोटक सामान बरामद हुआ है.
इधर 30 अप्रैल को देर शाम नारायणपुर पुलिस ने पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में मारे गए 10 नक्सलियों में से दो नक्सलियों की शिनाख्त कर ली है. जिनका पहचान DVCM मेंबर जोगन्ना और DVCM मेम्बर विनय उर्फ अशोक के रूप में हुई है. इन दोनों नक्सलियों पर 8-8 लाख रुपए का इनाम घोषित था और दोनों ही नक्सली कई बड़े नक्सली हमले में शामिल थे
वहीं मारे गए अन्य नक्सलियों की पहचान करने में पुलिस जुटी हुई है. नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार से मिली जानकारी के मुताबिक जवान अब तक मारे गए नक्सलियों के शव को लेकर नारायणपुर जिला मुख्यालय नहीं पहुंचे हैं. जवानों के शव लेकर पहुंचने के बाद ही मुठभेड़ में मारे गए अन्य नक्सलियों की शिनाखती हो पाएगी. फिलहाल, नारायणपुर पुलिस इसे नक्सल विरोधी अभियान में इस साल की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि