डेस्क खबर खुलेआम
देवदूत बनकर पहुंचे डायल 112 स्टाफ लकड़ी का स्टेचर बनाकर घायल को वाहन तक लाए और पहुंचाए अस्पताल
मानव सेवा परमो धर्म: की भावना से डायल 112 की आपातकालीन सेवा एक बार फिर एक घायल युवक के लिए देवदूत साबित हुई । दरअसल आज सुबह थाना धरमजयगढ़ के राइनो-1 को ग्राम आमापाली रेलवे ट्रैक के समीप करंट से झूलसे युवक के लिए मेडिकल इमरजेंसी का इवेंट प्राप्त हुआ । सूचना पर तत्काल डायल 112 धरमजयगढ़ राइनो में आरक्षक जयप्रकाश एक्का और ईआरवी वाहन चालक अमित भगत आमापाली पहुंचे । जहां रेलवे ट्रैक के खंभे के नीचे एक करंट से झुलसा युवक मिला जिसके कमर में भी काफी चोटें रहने से खड़ा नहीं हो पा रहा था । डायल 112 स्टाफ द्वारा घायल युवक से पूछताछ करने पर उसकी मानसिक स्थिति ठीक प्रतीत नहीं हुई । डॉयल 112 के जवान ने उसके परिजन का पता लगाकर सूचना दी गई और गांववालों से मदद लेकर एक लकड़ी का स्टेचर तैयार किये और घायल को लिटाकर करीब डेढ किलोमीटर चलकर डॉयल 112 वाहन तक लाये और वाहन से सीएचसी धरमजयगढ़ ले जाकर भर्ती किये । घायल युवक अमित कुमार अगरिया (उम्र 18 साल) निवासी लक्ष्मी नगर थाना धरमजयगढ़ के पिता मुन्ना राम अगरिया ने बताया कि उसके बेटा बीमार है, घर में ही रहता है । कल रात्रि 3:00 बजे उठकर घर का बाहर से दरवाजा बंद कर भाग गया था जिसे खोजबीन कर रहे थे । डायल 112 के स्टाफ के सूझबूझ और सेवाभाव से किये गये कार्य की परिजनों और आमजन द्वारा काफी प्रशंसा की जा रही है ।