सोशल मीडिया के दौर मे नाबालिक बच्चों की गतिविधियों को ध्यान में रखना बेहद आवश्यक है । थाना चक्रधरनगर क्षेत्र की दो नाबालिक लड़कियां उनके इंस्टाग्राम दोस्त के बहकावे में आकर गुजरात उसके साथ चली गई थी, समय रहते चक्रधरनगर पुलिस गुजरात पहुंची और चार दिनों की कड़ी मेहनत, खोजबीन में पहले आरोपी युवक को ढूंढा निकाला जिसके कब्जे से दोनों लड़कियों को सकुशल बरामद कर रायगढ़ लाया गया है । आरोपी को अपहरण के अपराध में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है ।
जानकारी के मुताबिक 6 जनवरी 2024 की रात थाना चक्रधरनगर में स्थानीय कॉलोनी में रहने वाली दो नाबालिक लड़कियों के परिजन पहुंचे थे । परिजन बताये कि दोनों लड़कियां सहेली है, 06 जनवरी के सुबह दोनों स्कूल में प्रोग्राम की बात कहकर घर से निकली थी और शाम-रात तक घर नहीं आयी हैं, परिजनों ने बताया जब लड़कियों के टीचर से पता किये तो वे बताई कि दोनों लड़कियां दो दिन से स्कूल नहीं आई हैं । थाना प्रभारी चक्रधरनगर निरीक्षक प्रशांत राव आहेर द्वारा गुम लड़कियों के रिपोर्ट पर अलग-अलग धारा 363 आईपीसी के तहत अपराध क्रमांक 17, 18/2024 दर्ज कर जांच विवेचना में लिये ।
मामला गंभीर प्रतीत होने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री सदानंद कुमार को अवगत कराकर मार्गदर्शन लिया गया । एसएसपी ने नाबालिकों की सहेलियों से पूछताछ कर उनके पिछले कुछ दिनों की गतिविधियों की अच्छे से जांच कर पूरी संवेदनशीलता बरतते हुए साइबर सेल की मदद लेकर यथाशीघ्र गुम लड़कियों का पतासाजी का निर्देश दिया गया । थाना प्रभारी व उनकी टीम विवेचना क्रम में दोनों लड़कियों के परिजन, सहेलियों से एक-एक कर पूछताछ किया जिस पर उनकी एक सहेली बताई की लापता लड़कियों में एक लड़की का इंस्टाग्राम में उत्तर प्रदेश के अमर वर्मा से अच्छी मित्रता है, अमर वर्मा कुछ दिनों पहले रायगढ़ आया हुआ था । चक्रधरनगर पुलिस प्रथम संदेही अमर वर्मा को मानकर जांच की दिशा बढाई और अमर वर्मा का पूरा ब्यौरा निकाला गया । अमर वर्मा के कानपुर उत्तर प्रदेश का मूल निवासी और वर्तमान में सूरत (गुजरात) में कहीं काम करने की जानकारी मिली, तत्काल थाना प्रभारी द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से अनुमति प्राप्त कर थाने के सहायक उप निरीक्षक नंद कुमार सारथी, प्रधान आरक्षक श्याम देव साहू और महिला आरक्षक अलीशा टोप्पो की टीम तैयार कर गुजरात रवाना किया गया । टीम चार दिनों तक पुलिस टीम सूरत (गुजरात) में संदेही अमर वर्मा और नाबालिक लड़कियों को तलाश करती रही । चार दिनों की कड़ी मेहनत बाद संदेही अमर वर्मा किराया का मकान तलाश करता मिला जिसे पुलिस टीम धर दबोची । अमर वर्मा ने लड़कियों से केवल इंस्टाग्राम पर साधारण मित्रता होने की बात कहकर अन्य जानकारी से मुकर गया । पुलिस टीम द्वारा वैज्ञानिक तरीकों से अमर वर्मा से पूछताछ किया गया जिसमें वह दोनों लड़कियों को लेने 04 जनवरी को रायगढ़ लेने जाना स्वीकार कर बताया कि रायगढ़ की एक लड़की से इंस्टाग्राम में दोस्ती हुई । दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे और 04 जनवरी रायगढ़ आया था । उसने लड़की को एक नया मोबाइल खरीद कर दिया और कुछ पैसे दिए । उसने उसकी सहेली को भी साथ गुजरात साथ चलने और घूमकर आने का प्रलोभन दिया था जिस पर दोनों 6 जनवरी को अमर वर्मा के साथ ट्रेन से गुजरात आ गए थे । आरोपी अजय अमर वर्मा का उत्तर प्रदेश और गुजरात में कहीं स्थायी घर ठिकाना नहीं है, मजदूरी का काम कर कहीं भी रह लेता था । वह लड़कियों को रखने के लिए किराया मकान तलाश कर रहा था तभी चक्रधरनगर पुलिस उसे पकड़ी । आरोपी के कब्जे से दोनों लड़कियों को सुरक्षित दस्तयाब किया गया । महिला पुलिस अधिकारी ने नाबालिक लड़कियों से पूछताछ कर काउंसलिंग कराया गया । घर से भागी एक लड़की ने बताया कि अमर वर्मा उसे शादी का प्रस्ताव देकर सूरत (गुजरात) बुलाया था । वहीं दूसरी लड़की ने बताया कि अमर वर्मा जब रायगढ़ आया था तो उसे गुजरात घूमने की बात बोला था । चक्रधरनगर पुलिस ने आरोपी अमर वर्मा पिता बड़े लाल वर्मा उम्र 23 साल निवासी पाताखेड़ा सरसौल को अपहरण के दोनों अपराध में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड लेने न्यायालय पेश किया गया है । एसएसपी सदानंद कुमार का दिशा निर्देशन तथा एडिशनल एसपी संजय महादेवा व सीएसपी अभिनव उपाध्याय के महत्वपूर्ण मागदर्शन पर नाबालिगों के सकुशल दस्तयाबी में थाना प्रभारी चक्रधरनगर निरीक्षक प्रशांत राव आहेर, सहायक उप निरीक्षक नंद कुमार सारथी, प्रधान आरक्षक श्याम देव साहू और महिला आरक्षक अलीशा टोप्पो की सराहनीय भूमिका रही है ।