डेस्क खबर खुलेआम
पैसों की मांग के लिए लोगों को किया जा रहा परेशान , 2 से 5 हजार के लिए गलत फैसले देकर बढ़ा रहे प्रकरण
रायगढ़:- जिले के राजस्व न्यायालय में चल रहा भ्रष्टाचार किसी से छुपा नहीं है राजस्व न्यायालय में व्याप्त भ्रष्टाचार का मुद्दा पिछले दिनों उस वक्त गरमा गया था जब अधिवक्ताओं ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई शुरू कर दी थी, भ्रष्टाचार के खिलाफ यह लड़ाई देखते ही देखते अधिवक्ताओं के समर्थन में प्रदेश भर के अधिवक्ता और सामाजिक संगठन सहित आम जनता और राजनीतिक दलों ने भी भ्रष्टाचार के विरुद्ध अधिवक्ताओं की इस लड़ाई में अपना समर्थन दिया अधिवक्ताओं ने महारैली तक निकाली शासन-प्रशासन डैमेज कंट्रोल करने के लिए कई हथकंडे अपनाए अधिवक्ताओं पर एफ आई आर भी दर्ज हुआ अधिवक्ताओं की कुछ मांगों का समर्थन करते हुए शासन प्रशासन कुछ अधिकारियों का तबादला भी किए ले देकर मामला शांत हुआ किंतु भ्रष्टाचार का पुतला सभी तहसीलों में लगाने की आवश्यकता है।।
प्रदेश की भुपेश सरकार के द्वारा लोगो को राजस्व प्रकरण के मामले में सरलता से सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रदेश भर में जिले के समस्त तहसील मुख्यालयों में बृहद राजस्व शिविरों का आयोजन किया जा रहा जिसमे फौती नामांतरण , आय, जाति , निवास प्रमाणपत्र , ऋण पुस्तिका आसानी से उपलब्ध कराने शिविर आयोजित की जा रही है । कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा ने राजस्व प्रकरणों के निपटारे के लिए दिशानिर्देश दिए गए है । बता दे के8 तमनार तहसील कार्यालय और भ्रष्टाचार से चोली दामन का साथ रहा हैं महाजेंको नागरमुडा के जमीन खरीदी बिक्री के मामले में पूर्व के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते रहे हैं। तमनार तहसील कार्यालय में अधिकारियों के लिए दलाल सक्रिय है नामांतरण फौती जैसे छोटे छोटे प्रकरणों में 2 हजार से 5 हजार रुपये लेकर गलत फैसले दिए जा रहे है जिससे लोग परेशान हो रहे है । और अपील कर रहे है जिससे राजस्व प्रकरण में बढ़ोतरी हो रही है। कहीं न कही तमनार तहसील कार्यलय के अधिकारी भुपेश बघेल सरकार की जनहितकारी योजनाओं के मंसूबों पर पलीता लगा रहे है । बहरहाल देखना होगा कि तमनार तहसील कार्यालय में खुलेआम चल रहे भ्रष्टाचार पर जिला प्रशासन अंकुश लगाने में कितना कामयाब होता है।