घरघोड़ा – एनटीपीसी तिलाइपाली के तिलोत्तमा समिति के द्वारा आयोजित बसंत मेला हाई स्कूल में फरवरी को किया गया था आयोजन के नाम पर स्टॉल लगाने वालों से 2000 रुपए की वसूली की गई गई वही 50 रुपये लक्की ड्रा के रुप मे रखा गया था एनटीपीसी तिलाइपाली की तिलोत्तमा महिला समिती के इस तरह से किये गए आर्थिक लाभ के आयोजन पर नगर पंचायत टैक्स नही वसूलना नगर पंचायत की दोहरी नीति को दर्शाता है । नगर पंचायत क्षेत्र के गरीबों के कच्चे मकानों , नल जल, के नाम पर टैक्स जमा नही कर पाने की स्थिति में नोटिस पर नोटिस जारी की जाती है । टैक्स के लिए नागरिकों पर सतत दबाव बनाया जाता है आर्थिक रूप से कमजोर होने के बाद भी टैक्स देने को मजबूर किया जाता है ।
गाँव से नगर में साग भाजी बेचकर रोजीरोटी कमा कर जीवन यापन करने वालो पर टैक्स लगाने से पीछे नही रहती है गरीब रोजमर्रा की जीवन जीने वाले से टैक्स वसूली की जाती है , और वही सब्जी भाजी बेचने वाले नगर विकास में सहयोग के लिए टैक्स देते है।
लेकिन एनटीपीसी तिलाइपाली की तिलोत्तमा समिती से टैक्स नही लेना नगर के आमजनों में चर्चा का विषय बना हुआ है बिना अनुमति के तिलोत्तमा समिति के के द्वारा नगर पंचायत क्षेत्र अंतर्गत हाई स्कूल मैदान में आयोजन पर घरघोड़ा नगर पंचायत एनटीपीसी तिलाइपाली के रसूख के आगे नतमस्तक हो गई है जो टैक्स लेने के लिए नोटिस तक जारी करने की हिम्मत नही जुटा पा रही है या अंदर खाने का खेल कुछ और ही चल रहा है।
नगर पंचायत घरघोड़ा निष्पक्षता के साथ जन हितैषी कार्य करती है तो नगर पंचायत घरघोड़ा को हाई स्कूल मैदान में आयोजित बसंत मेला के आयोजन एनटीपीसी तिलाइपाली की तिलोत्तमा महिला समिति पर बिना अनुमति लिए आयोजन के साथ टैक्स वसूली का विधिवत नोटिस जारी करते नोटिस की कापी नगरवासियों के समक्ष सार्वजनिक करनी चाहिए ।