छत्तीसगढ़ के रायगढ़ व सारंगढ़ जिले के बीच चलती कार खाई में गिर जाने के चलते एक सरपंच सहित उसके पति, सास, ससुर की डूबने से मौत हो गई वहीं 15 साल की बच्ची मौत के मुंह से वापस आ गई। गुरूवार की देर रात घटी इस घटना को लेकर सारंगढ़ पुलिस की टीम घटना स्थल पहुंचकर गहरी खाई से कार को निकालकर शवों को बरामद कर लिया है। सकुशल बची बच्ची से बयान के आधार पर पुलिस जांच में जुट गई है। लेकिन परिवारवालों के साथ-साथ ग्रामवासियों ने इस घटना को कर्ज में डूबे होनें के चलते महिला सरपंच के पति महेन्द्र पटेल द्वारा परिवार सहित आत्महत्या से जोड़ा जा रहा है। पुलिस ने अभी तक इस मामले में कुछ नही कहा है। रायगढ़-सारंगढ़ मार्ग के गुडेली-टिमरलगा इलाके में गिट्टी खदान के चलते गहरी खाई चार लोगों की मौत का कारण बन गई। सारंगढ़ थाना प्रभारी ने बताया कि टिमरलगा निवासी महेंद्र पटेल अपनी पत्नी सरपंच पत्नी मीनू पटेल, माता-पिता एवं 15 साल की बेटी के साथ मंदिर दर्शन करने गए ओडिसा के भटली गए थे। कल रात वापसी के दौरान करीब 11ः30 बजे कार रिवर्स करने के दौरान अनियंत्रित होकर पानी से भरे पत्थर खदान में कार जा गिर गयी। कार गहरी पत्थर खदान में गिरने से 15 साल की बच्ची ने जैसे-तैसे कार के कांच से निकलकर अपनी जान बचाई लेकिन बाकी चारों की जल समाधि बन गई।
मामले में सारंगढ़ जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्ष महेश्वर नाग का कहना है कि बच्ची के बयान के आधार पर यह घटना को कार को रिव्हर्स करने के दौरान घटी, चूंकि अंधेरे के चलते कार चला रहे महेन्द्र पटेल को पीछे खाई का एहसास नही था और रिव्हर्स करते समय कार गहरी खाई में समा गई, जिससे चार की मौत हो गई और बच्ची कार का कांच खोलकर जैसे तैसे बाहर आ गई।