
खबर खुलेआम
रायगढ़। घरघोड़ा निर्माण कार्य मे नगर पंचायत घरघोड़ा भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा पार कर रही है बता दे कि पहले वार्ड क्रमांक 5 में 6 लाख से अधिक कि राशि से बनवाई गई गुणवत्ता विहीन सीसी सड़क पर सवाल उठते रहे, जब नगर पंचायत के उच्चाधिकारियों ने ठेकेदार को गुणवत्ता सुनिश्चित करने के बजाय आधे-अधूरे काम का आदेश जारी किया। जब शिकायतें उठीं, तब जाकर CMO ने 7 अगस्त 25 को सड़क तोड़ने का आदेश जारी किया, लेकिन ठेकेदार ने आदेश की धज्जियाँ उड़ाते हुए मानो आदेश को रद्दी कि टोकरी मे फेक दिया है और ठेकेदार ने सड़क आज दिनांक तक नहीं तोड़ी। परिणामस्वरूप वार्डवासी धूल और गंदगी के बीच जीने को मजबूर हैं, जबकि प्रशासन चुप्पी साधे बैठा है।

लेकिन यह बस शुरुआत मात्र थी। अब भ्रष्टाचार की एक और पोल खुल चुकी है। वार्ड क्रमांक 6 में नगर पंचायत ने एक नए प्रतीक्षालय का निर्माण 214 छोटे झाड के जंगल मद के 214 / 1छ / 1 जिसमे राइस मिल के नाम पर से आवंटित किया गया है मे निर्माण कार्य शुरू किया है, जबकि पहले से ही ठीक 50 मीटर की दूरी पर एक प्रतीक्षालय मौजूद था। सवाल उठता है — क्या यह प्रतीक्षालय जनता की सेवा के लिए बना है या फिर अधिकारी- ठेकेदार मिलकर भ्रष्टाचार की गंगा बहा रहे हैं ?

स्थानीय लोग सख्त आरोप लगा रहे हैं कि यह प्रतीक्षालय एक अडानी घोटाले जैसी योजनाबद्ध डाका है, जिससे बड़े पैमाने पर सरकारी धन की बर्बादी हो रही है। वन क्षेत्र में अतिक्रमण कर निर्माण कार्य किया गया, जबकि कुछ महीने पहले ही कब्ज़ा हटाने की कार्रवाई की गई थी।नगर पंचायत की जिम्मेदारियाँ अब सवालों के घेरे में।
प्रशासनिक अनदेखी और खुलेआम नियमों की अवहेलना ने घरघोड़ा को भ्रष्टाचार का गढ़ बना दिया है। जनता का आक्रोश तेज हो रहा है, लेकिन स्थानीय प्रशासन आंखें मूंदे सिर्फ तमाशबीन बनकर खेल देख रहे है।
बहरहाल अब सबसे बड़ा सवाल बस एक ही बचता है कि इन भ्रष्टाचारियों पर क्या कार्रवाई होगी या फिर इसी तरह सभी मामले भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ते रहेंगे
