डेस्क खबर खुलेआम ( राजू यादव कि खास रिपोर्ट
धरमजयगढ / शासन प्रशासन के लगातार कार्यवाही के बाद भी ग्रामीण क्षेत्र में भ्रष्टाचार यथावत बनी हुई है। कहीं न कहीं प्रशासन के जिम्मेदार लोगों कि लापरवाही या शामिल होना ऐसा कहना शायद अनुचित नहीं होगा, क्योंकि भ्रस्टाचार पर कार्यवाही महज कागजों में सिमटी हुई दिखाई देती है । ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां परग्राम पंचयात में DMF कि राशि ने पुलिया निर्माण कार्य में अनियमितता को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा हैं।पुरा मामला धरमजयगढ क्षेत्र के ग्राम पंचायत रैरूमा के नोनाईजोर महंत मोहल्ले में पुलिया निर्माण कराया जा रहा है। पुलिया का निर्माण DMF मद् से 5 लाख रुपए की लागत से निर्माण किया जा रहा है। गांव के जागरूक ग्रामीणों का कहना है कि इस पुलिया निर्माण में गुणवत्ताहीन सामग्री का उपयोग कर निर्माण कार्य किया जा रहा है।
जिसके कारण पुलिया के कमजोर होने से जल्दी टूटने के आशंका जताई जा रही है गाँव के राम लाल ने बताया कि पुलिया निर्माण का नींव सही है न निर्माण में लग रहे मटेरियल का, ग्राम पंचायत के जिम्मेदार अधिकारीयों से गठजोड़ करके गुणवत्ताहीन निर्माण कर रहे है।पुलिया निर्माण मे लगने वाली मिट्टी मिक्स रेत का उपयोग करने का आरोप लगाया जा रहा है।क्रेसर गिट्टी कि जगह हेन्डब्रोकर एवं बोल्डर गिट्टी के उपयोग किये जाने कि बात सामने आ रही है। आगे ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि ग्राम पंचयात के ग्कई निर्माण कार्य में घटिया निर्माण कार्य को अंजाम दिया गया है, और दिया जा रहा है, जिसका जांच कार्रवाई शासन प्रशासन को करना अति आवश्यकता है।
ग्रामीणों ने हमारे संवाददाता से संपर्क कर खबर प्रकशित करने के लिये आग्रह किया है कि ग्राम पंचयात में गुणवत्ताहीन घटिया पुलिया निर्माण कि खबर को प्रमुखता से प्रकाशित करें । और हम अपने सूत्रों से प्राप्त जानकारी व ग्रामीणों के लगाए गये आरोपों को आपके सामने रख रहे है।
बहरहाल देखना होगा कि ग्रामीणों कि आवाज पर निर्माण कार्य पर जिम्मेदार कि मनमानी पर प्रशासन अंकुश लगाने के लिये क्या कार्यवाही करती है।
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